हाल ही में हुई मप्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भील समुदाय को लेकर पूछें गए विवादित सवाल पर प्रदेशभर में बवाल मचा हुआ है। इस मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने मुख्य कार्यालय में प्रेस वार्ता बुलाई।
आयोग के अध्यक्ष भास्कर चैबे ने पत्रकार वार्ता के जरिए बताया कि पेपर सेटर को सख्त निर्देश रहते है कि किसी भी जाति,धर्म, सम्प्रदाय विशेष को लेकर सवाल नही पूछना चाहिए। हाल ही में हुई परीक्षा में जो आपत्ति आई है, उसमें आयोग की समिति पूरे मामले की जांच करेगी। हालांकि उन्होंने अपने बचाव में ये भी साफ किया कि पेपर में क्या है, ये आयोग की जानकारी में नहीं रहता है। पेपर सेटर ही पूरा पेपर सेट करता है। उन्होंने बताया कि विवादित सवाल और उस पर जारी बवाल को देखते हुए आयोग ने पेपर सेटर को नोटिस जारी कर 7 दिन में नोटिस का जवाब मांगा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जिन प्रश्नों को लेकर आपत्ति होगी। उन प्रश्नों को हटाने के लिए यदि समिति अनुसंशा करेगी तो आयोग उन्हें हटा सकता है। ऐसी स्थिति में 95 अंक पर ही पेपर जांचा जाएगा। इस मामले के राजनीतिकरण पर खेद जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक सब ठीक चल रहा था, पेपर सेटर की गलती से जो हुआ है, ऐसा घटनाक्रम नहीं होना चाहिए था, वे इस घटना से बेहद क्षुब्ध है, इसलिए प्रेस वार्ता बुलाई है। आयोग के अध्यक्ष ने पेपर सेटर पर नियमानुसार कार्रवाई की बात भी कही है। गौरतलब है कि मप्र पीएससी परीक्षा में भील समुदाय को लेकर अपठित गद्यांश में विवादित सवाल पर प्रदेशभर में बवाल मचा हुआ है। गृह मंत्री बाला बच्चन, सहित प्रदेश के कई नेता इसे गलत बताते हुए आयोग पर दोषारोपण कर चुके