इंदौर में परिवहन विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम में मां शारदा ट्रेवल्स की बसों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर बड़ी मुहिम की तैयारी की थी। जिसको लेकर तीनों ही विभागों के अधिकारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। लेकिन कमजोर तैयारी के साथ मौके पर पहुंचे अधिकारियों को यह दांव उल्टा पड़ गया।
इंदौर में शुक्रवार को परिवहन विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम सरवटे बस स्टैंड के समीप मां शारदा ट्रेवल्स की बसों के संचालन के खिलाफ कार्यवाही के लिए पहुंची। यहां बसों के साथ ही मां शारदा ट्रेवल्स के कार्यालय पर भी कार्यवाही की तैयारी थी। लेकिन मौके पर पहुंचते ही कार्यवाही को रुकवाने बीजेपी के तमाम नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया। बीजेपी नेता गौरव रणदिवे और सावन सोनकर मौके पर पहुंच गए, और यहां उनकी अधिकारियों के साथ तीखी बहस हुई। खास बात यह रही कि जहां कार्यवाही के लिए यह तीनों विभाग का अमला पहुंचा था। उसको लेकर संचालकों के पास हाईकोर्ट का स्टे था। ऐसे में तीनों विभाग के अधिकारी स्टे आर्डर देखने के बाद बैकफुट पर दिखाई दिये। मां शारदा ट्रेवल्स पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय प्रकाश सोनकर के परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित किया जाता है। ऐसे में बीजेपी के तमाम नेताओं ने इस कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बताया।