
विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि महाकुंभ मेला में जाने वाले सभी मार्गों पर लंबा जाम लगा हुआ है। गाड़ियां चींटी की तरह रेंग रही हैं। बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी जाम में फंसकर परेशान हो रहे हैं। मेला क्षेत्र के बाहर बनाए गए सभी पार्किंग में वाहनों को खड़ा कराया जा रहा है। जाम खुलवाने में पुलिस और ट्रैफिक के सिपाहियों के पसीने छूट जा रहे हैं। बृहस्पतिवार को रात्रि 12 बजे तक 10 करोड़ 20 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे। शुक्रवार को आंकड़ा 11 लाख के करीब पहुंच गया है।
महाकुंभ में 12 दिनों में अब तक करीब 11 करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। महाकुंभ का स्नान 13 जनवरी पौष पूर्णिमा के साथ शुरू हुआ है। दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर साढ़े तीन करोड़ से अधिक भक्तों ने संगम में डुबकी लगाई थी। 23 जनवरी को जारी बुलटिन के अनुसार शुक्रवार को 10 लाख कल्पवासी और 42 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। सरकारी सूत्रों की मानें तो महाकुंभ के इस 45 दिनों के आयोजन में 42 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
