
मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी अब चकाचौंध की दुनिया को छोड़ सन्यास की ओर चल पड़ी हैं. वे अब किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं. उन्होंने महाकुंभ में संन्यास ले लिया है. अब भगवा वस्त्र और रुद्राक्ष की माला पहने उनका नया रुप सामने आया है. उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से आशीर्वाद लिया. ममता कुलकर्णी ने 25 वर्षों बाद भारत लौटी हैं. जहां उन्होंने महाकुंभ में भाग लिया. उन्होंने 12 वर्षों की तपस्या के बाद कुंभ मेला 2012 में भी भाग लिया था. अब 12 वर्षों बाद, फिर से महाकुंभ में शामिल हुई हैं और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया में हैं.
उन्होंने अपना पिंडदान कर दिया है और सांसारिक बंधनों को छोड़ दिया है. यहां तक कि उनका नाम भी अब उनसे छिन गया है. अब वे ममता कुलकर्णी नहीं ‘ममता नंद गिरी’ के नाम से जानी जाएंगी.

शुक्रवार की दोपहर को अभिनेत्री ने दीक्षा ली और शाम को उन्होंने संगम पर अपना पिंडदान कर दिया. वे स्वामी महेशाद्रानंद गिरि के पास रह रही हैं. ममता कुलकर्णी ने डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से बात करते हुए महाकुंभ मेले पर अपनी राय दी और उसकी तारीफ भी की. अभिनेत्री को संतों का आशीर्वाद मिला और फिर उन्हें गंगा स्नान का सौभाग्य मिला. बताया जा रहा है कि ममता कुलकर्णी पिछले करीब डेढ़ साल से अखाड़े के संंपर्क में थीं.

10 साल का प्लान
एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी कई वीडियो शेयर किए हैं. इन वीडियो में ममता ने रिवील किया कि दस दिनों का उनका क्या प्लान है? बता दें कि ममता कुलकर्णी हिंदी फिल्म गैगस्टर, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, चाइना गेट और किला जैसी फिल्मों में मुख्य रोल प्ले कर चुकी हैं. 90 के दशक में ममता कुलकर्णी ने अपनी जबरदस्त पहचान बनाई थी.