उज्जैन: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना और दर्शन भी एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह प्रवेश के लिए मंदिर समिति 750 रुपये का शुल्क लेती है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में केवल बीजेपी के बड़े नेता और उद्योगपतियों को ही गर्भगृह में प्रवेश दिया जा रहा है जबकि कांग्रेस की सरकार बनने पर सब कुछ नि:शुल्क कर दिया जाएगा.
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सावन माह से गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर रखा है. पूर्व में 750 रुपये की राशि देने पर एक श्रद्धालु गर्भगृह में पूजा अर्चना की अनुमति दी जाती थी. महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति ने सावन मास का हवाला देते हुए प्रवेश को बंद कर दिया था. सितंबर में प्रवेश शुरू होने की बात भी कहीं जा रही थी लेकिन अभी तक गर्भगृह में किसी भी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा है कि महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. मंदिर में प्रतिदिन 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आ रहे हैं. ऐसे में राशि देने को कई श्रद्धालु तैयार हैं. इसके बावजूद उन्हें प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जबकि बीजेपी के नेता और उद्योगपति नि:शुल्क गर्भगृह में जाकर पूजा अर्चना कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने अभी कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह पहले इस बात को कह चुके हैं कि यदि कांग्रेस की सरकार बनेगी तो महाकालेश्वर मंदिर में शुल्क व्यवस्था समाप्त कर दी जाएगी. इस संबंध में जब महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो संपर्क नहीं हो पाया.
शिवराज, कैलाश और अंबानी पर साधा निशाना
महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूजा अर्चना की थी. इसके पहले टिकट मिलने पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी परिवार के साथ गर्भगृह में भगवान महाकाल की आराधना की थी. इसी प्रकार उद्योगपति अनिल अंबानी ने भी हाल ही में महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर पूजा अर्चना की. दिग्विजय सिंह ने इन्हीं तीन लोगों को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया है.