
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर सोमवार सुबह CBI की टीम पहुंची। करीब पांच घंटे तक राबड़ी देवी से पूछताछ के बाद टीम राबड़ी आवास से बाहर निकली। CBI अधिकारियों ने मीडियो बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और चले गए।
टीम जमीन के बदले नौकरी केस में पूछताछ कर रही है। इस केस में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती समेत 14 लोग आरोपी हैं। 15 मार्च लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। जिस समय टीम पहुंची, राबड़ी देवी विधान परिषद् जाने की तैयारी कर रही थीं।
इस मामले में डिप्टी सीएम ने कहा कि राबड़ी आवास पर CBI की टीम ने पूछताछ की। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम तो निकल गए थे। इसके बाद पता चला कि CBI की टीम पहुंची है। बताया कि जमीन के बदले नौकरी केस में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ करनी है। देखिए, हमलोग तो निश्चिंत हैं। हर महीने सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स आते रहते हैं। 2024 तक यह सिलसिला चलता रहेगा। इससे हमलोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा। जब कोई गलत हुआ नहीं तो उसकी चिंता हमलोगों को नहीं है।
2024 के चुनाव में जनता जवाब देगी
इधर, राबड़ी आवास के बाहर राजद समर्थक धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि लालू प्रसाद सिंगापुर से लौटे हैं। उनकी थोड़ी सी सक्रियता बढ़ी और एक कार्यक्रम में उन्होंने जनता को संबोधित किया। इसके बाद केंद्र सरकार भयभीत हो गई। बिहार में सबलोग होली की तैयारी में लगे हैं और भाजपा वालों CBI की टीम भेजी है। संस्थाओं का दुरुपयोग किया है। 2024 के चुनाव में जनता इसका माकूल जवाब देगी।
तेज प्रताप यादव विधानसभा के लिए निकले
विधान परिषद् सदस्य और उनके मुंहबोले भाई सुनील कुमार सिंह भी वहीं मौजूद थे। लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव करीब साढ़े 11 बजे विधानसभा के लिए गाड़ी में बैठकर निकले। इसके बाद वह करीब डेढ़ बजे साइकिल से वापस विधानसभा लौटे। राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लांट कराकर पिछले महीने ही भारत लौटे हैं।
यह पूछताछ पहले CBI कार्यालय में होने वाली थी
सूत्रों की मानें तो CBI की टीम द्वारा पूछताछ का कार्यक्रम पहले से तय था। इसके लिए CBI ने नोटिस भेजी थी। पहले तो यह पूछताछ CBI कार्यालय में होने वाली थी, लेकिन बाद राबड़ी आवास पर पूछताछ करने के लिए टीम पहुंची। सोमवार सुबह एक दर्जन अधिकारी 3 गाड़ी से राबड़ी आवास पहुंचे। CBI की टीम ने पिछले साथ मई और अगस्त में लालू-राबड़ी उनके करीबियों के 17 ठिकाने पर पहुंची थी।
राबड़ी आवास के बाहर राजद समर्थकों की भीड़
इधर, CBI की टीम पहुंचे की सूचना पर राबड़ी आवास के बाहर राजद समर्थकों की भीड़ जुट गई। समर्थक केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। उनका कहना है कि मोदी सरकार लालू-तेजस्वी से डरी हुई है इसलिए CBI की टीम को यहां भेजा है। राजद विधायक ने कहा कि लालू परिवार को ट्रॉर्चर करने, धमकाने और सरेंडर के लिए CBI की टीम यहां भेजी है। गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू और तेजस्वी किसी कीमत पर झुकने वाले नहीं है। जनता इसका माकूल जवाब 2024 में देगी।