
नई दिल्ली : नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर राजीव कुमार ने शुक्रवार को अचानक इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे के कारणों के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. उनके इस्तीफे के बाद सुमन बेरी को नीति आयोग का वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया है.
अगस्त 2017 में अरविंद पनगढ़िया के इस्तीफे के बाद डॉ. राजीव कुमार नीति आयोग के दूसरे उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे. डॉक्टर राजीव कुमार जानेमाने अर्थशास्त्री हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था पर कई किताबें भी लिख चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी और तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राजीव के अनुभवों को देखते हुए उन पर भरोसा जताया था. राजीव 2010-2012 तक इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री (FICCI) के महासचिव रह चुके हैं. राजीव 2006-08 तक भारत सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य थे. राजीव कुमार फिक्की के महासचिव रह चुके हैं. उन्होंने 1995-2005 के बीच एशियन डेवलपमेंट बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री के तौर पर काम किया. वह 1992-1995 तक वित्त मंत्रालय के सलाहकार रह चुके हैं. उन्होंने लखनऊ विवि से अर्थशास्त्र में पीएचडी किया है.
मोदी सरकार के कार्यकाल में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांस्फॉर्मिंग इंडिया (NITI) यानी नीति आयोग का एक अहम रोल रहा है. नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2015 में योजना आयोग की जगह नीति आयोग का गठऩ किया था. जाने-माने अर्थशास्त्री अरविंद पनगढ़िया इसके पहले उपाध्यक्ष बनाए गए थे. 2017 में अरविंद कोलंबिया यूनिवर्सिटी लौट गए थे, उसके बाद राजीव कुमार नीति आयोग के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए. अब राजीव कुमार के इस्तीफे के बाद सुमन बेरी को नीति आयोग का उपाध्यक्ष बनाए गए हैं.