लखनऊ: आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर लगातार दूसरी बार योगी आदित्यनाथ ने शपथ ली. इस दौरान लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे. योगी आदित्यनाथ ने आज यूपी के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. उनके साथ 52 मंत्रियों ने भी शपथ ली. वहीं, भाजपा ने इस कार्यक्रम को शानदार बनाने के साथ ही समारोह के मंच से आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के आगाज को लेकर भी अपना स्पष्ट संदेश दिया.
दरअसल, 2024 की सत्ता के सेमीफाइनल के रूप में अबकी यूपी विधानसभा चुनाव को पेश किया जा रहा था. जिसमें भारी जीत के साथ ही भाजपा ने अब अपनी रणनीति पर आगे बढ़ने का निर्णय लिया है. आज इस शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्री, बड़े-बड़े उद्योगपति, व्यवसायियों और फिल्मी सितारों को आमंत्रित किया गया था.
इन राज्यों के CM बने साक्षी: योगी के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में आज भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए. जिनमें गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई और असम के सीएम हिमंता विस्वा सरमा शामिल रहे. इनके अलावा अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू, त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह और गोवा के सीएम प्रमोद सावंत मौजूद रहे. इनके अलावा बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी नागालैंड के उपमुख्यमंत्री वाई पैटन, अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चोनामीन और त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री विष्णु देव वर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे.
साक्षी बने संत और सितारे: प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत के बाद आज योगी आदित्यनाथ के भव्य शपथ ग्रहण समारोह में पार्टी के आला नेताओं के साथ ही कई मठों व मंदिरों के महंत और पुजारी भी शामिल हुए. इसमें योग गुरू बाबा रामदेव के अलावा अयोध्या, मथुरा, काशी और गोरखपुर समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के मठों और मंदिरों के महंत और पुजारी शामिल रहे. वहीं, सिने जगत की कई बड़ी हस्तियां भी समारोह में शामिल हुई. जिसमें मुख्य तौर पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, कंगना रनौत, अक्षय कुमार, राजू श्रीवास्तव समेत कई अन्य नाम शामिल रहे. वहीं, फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ की टीम के सदस्य भी कार्यक्रम में शिरकत किए.
देश के बड़े उद्योगपति भी हुए शामिल: योगी आदित्यनाथ के भव्य शपथ ग्रहण समारोह में देश के कई बड़े उद्योगपति भी शामिल हुए. जिसमें मुख्य रूप से टाटा ग्रुप से एन चन्द्रशेकरन, अम्बानी ग्रुप से मुकेश अम्बानी, आदित्य बिड़ला ग्रुप से कुमार मंगलम बिड़ला, अडानी ग्रुप से गौतम अडानी, महिन्द्रा ग्रुप से आन्नद महिंद्रा, हीरानंदानी ग्रुप से दर्शन हीरा नादानी, लुलु ग्रुप से यूसुफ अली, टोरेंट ग्रुप के सुधीर मेहता, गोयंका ग्रुप के संजीव गोयंका, लोढ़ा ग्रुप के अभिनंद लोढ़ा शामिल हुए.
कार्यकर्ताओं ने किया विशेष पूजा-पाठ: वहीं, प्रदेश के सभी जिलों, मंडल व शक्ति केंद्रों के कार्यकर्ताओं की ओर से विशेष पूजा-पाठ किया गया. यह कार्यक्रम सुबह आठ बजे से लेकर दस बजे तक चला. जिसमें प्रदेश के सभी शक्ति केंद्र स्तर पर कार्यकर्ता अपने-अपने इलाके के मंदिरों में लोक कल्याण के लिए पूजा-अर्चना करते नजर आए. इधर, योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल व उनके शपथ ग्रहण समारोह को खास बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों, शहरों, तहसीलों, कस्बों और गांवों तक के प्रमुख चौराहों पर भारी संख्या में होर्डिंग्स और झंडे-बैनर लगाए गए थे.
संन्यास से सत्ता के शिखर तक का सफर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा की प्रचंड जीत ने यूपी में इतिहास रच दिया. वहीं, लगातार दूसरी बार योगी आदित्यनाथ ने सूबे में सत्ता की कमान संभालकर उन सभी मिथकों को गलत साबित कर दिया, जिसके मुताबिक नोएडा की यात्रा करने वाला कोई भी मुख्यमंत्री दोबारा सूबे की सत्ता में वापसी नहीं कर सका था. इसके अलावा यूपी के मजबूत सीएम साबित हुए योगी आदित्यनाथ को देश की सियासत में हिंदुत्व चेहरे और माफियाओं को माफ न करने वाले के तौर पर जाना जाता है.
योगी का बचपन: सीएम योगी का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. इनका जन्म उत्तराखंड के सामान्य राजपूत परिवार में हुआ. सीएम योगी के पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी है. योगी आदित्यनाथ ने सन 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की और 1992 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की पढ़ाई पूरी की.
ऐसे अजय बने योगी: सीएम योगी छात्र जीवन में ही राम मंदिर आंदोलन से जुड़ गए थे. 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के दौरान ही उनकी मुलाकात गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ से हुई थी. इसके बाद योगी आदित्यनाथ अपने माता-पिता को बिना बताए गोरखपुर पहुंच गए और संन्यासी बनने का निर्णय लिया. महंत अवैद्यनाथ ने अजय सिंह बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) को शिक्षा दी और उन्हें अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बना दिया.
संन्यासी से सांसद: गोरखनाथ मंदिर के महंत की गद्दी का उत्तराधिकारी बनाने के चार साल बाद महंत अवैद्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ को उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी बना दिया. गोरखपुर से महंत अवैद्यनाथ चार बार चुनकर संसद आए. इसी सीट से योगी आदित्यनाथ 1998 में महज 26 की उम्र में जीतकर लोकसभा पहुंचे और फिर लगातार 5 बार (1998, 1999, 2004, 2009 और 2014) गोरखपुर सीट से सांसद बने.
सांसद से सीएम: सूबे में 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला और जीत का श्रेय योगी आदित्यनाथ के सेहरे बंधा. 19 मार्च, 2017 को 45 साल की उम्र में योगी आदित्यनाथ ने यूपी के 21वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और तभी से वे मजबूत इरादों के साथ प्रदेश का नेतृत्व कर आ रहे हैं. इधर, उनके विकास कार्यों और प्रदेश को भयमुक्त करने के लक्ष्य का परिणाम ही रहा कि 2022 में भी उनके नेतृत्व में पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला और 25 मार्च, 2022 को उन्होंने दोबारा सीएम पद की शपथ ली.