दिल्ली के एम्स अस्पताल के टीचिंग ब्लॉक में शनिवार की शाम आग लग गयी. अधिकारियों ने बताया कि आग की वजह से नमूने और मेडिकल जांच रिपोर्ट बर्बाद हो गये तथा कुछ मरीजों को बाहर निकालना पड़ा, हालांकि कोई भी घायल नहीं हुआ है.
उन्होंने बताया कि एबी वार्ड के कुछ तलों से मरीजों को तथा धुएं का गुबार ऊपर ऑपरेशन थियेटर की तरफ बढ़ने की वजह से वहां से भी मरीजों को बाहर निकाला गया. यह वार्ड माइक्रोबायोलॉजी विभाग से सटा हुआ है जहां शाम करीब पांच बजे आग की लपटें उठनी शुरू हुई.
बीच में आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन वह दोबारा भड़क गई और ऊपर के मंजिलों को भी चपेट में ले ली.हालात पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन करीबी नजर बनाये हुए हैं. पिछले करीबपांच घंटों से आग बुझाने की कोशिशें हो रही हैं, जबकि आग पांचवीं मंजिल तक पहुंच गयी है. दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि फोन पर सूचना मिलने के बाद दमकल की 22 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया. सूत्रों ने बताया कि दूसरे तल पर स्थित टीचिंग ब्लॉक के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की वायरोलॉजी यूनिट पूरी तरह खाक हो गयी.
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली कार्डियो न्यूरो केंद्र के आईसीयू में भर्ती हैं जो परिसर की एक अलग इमारत में स्थित है. कई प्रमुख नेता उनकी सेहत के बारे में जानने के लिए पिछले कुछ दिनों से अस्पताल आ रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, मैं हर किसी से शांति बनाये रखने और दमकल कर्मियों को उनका काम करने देने की अपील करता हूं. अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि आग में कोई हताहत नहीं हुआ है. इस प्रतिष्ठित अस्पताल के प्रभावित भवन के ऊपर धुएं का काला गुबार उठता देखा गया. सूत्रों ने कहा कि आग लैब मेडिसिन विभाग के इमरजेंसी लैब तक फैल गयी थी जो माइक्रोलॉजी विभाग की वायरोलॉजी यूनिट के ठीक बगल में है जहां पिछले कुछ समय से बिजली का काम चल रहा था और केबल एवं तार वहां रखी हुईं थी.
उन्होंने बताया कि आग पहले तल पर नीचे की तरफ फैलने के साथ ही इमारत के दूसरे एवं तीसरे तल पर ऊपर की तरफ भी फैल गयी. सूत्रों ने बताया कि पांचवे तल के कुछ हिस्से भी प्रभावित हुए. अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, आग पर दो घंटे के भीतर काबू पा लिया गया. मरीजों के नमूने जांच के लिए वायरोलॉजी यूनिट और लैब मेडिसिन विभाग आते हैं. सूत्रों ने कहा कि ऐसा संदेह है कि वायरोलॉजी यूनिट के खाक हो जाने की वजह से कई जांच नमूने और मरीजों के रिकॉर्ड बर्बाद हो गये. हालांकि, अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ और तापमान को सामान्य करने की प्रक्रिया जारी है.