पाकिस्तान ने 27 साल बाद पहली बार माना कि दाऊद इब्राहिम कराची में रहता है। उसने शनिवार को जिन आतंकियों संगठनों और आतंक से जुड़े 88 लोगों की लिस्ट जारी की। उसमें दाऊद का नाम भी है। पाकिस्तान ने इस लिस्ट में दाऊद के घर के 3 पते का जिक्र किया। बताया कि उसके पास 14 पासपोर्ट हैं। दाऊद 1993 के मुंबई हमले के बाद से भारत से भाग गया था। तभी से उसके पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में होने की खबरें आती रहीं।
पाकिस्तान ने यह कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की अक्टूबर में होने वाली मीटिंग को देखते हुए की। इसका मकसद ब्लैक लिस्ट होने से बचना है। पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में है। जिन आतंकियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, वे मुख्य तौर पर आईएस, अलकायदा और तालिबान के छोटे संगठनों से जुड़े हैं।
पाकिस्तान के दस्तावेज में दाऊद के इन 14 पासपोर्ट का जिक्र
- 30 जुलाई 1975 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट K560098
- 13 नवंबर 1978 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट M110522
- 30 जुलाई 1979 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट P537849
- 26 नवंबर 1981 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट R841697
- 3 अक्टूबर 1983 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट V57865
- 4 जून 1985 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट A-333602
- 26 जुलाई 1985 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट A501801
- 18 अगस्त 1985 को दुबई से जारी पासपोर्ट A717288
- 2 सितंबर 1989 को जेद्दाह में भारतीय दूतवास से जारी पासपोर्ट F823692
- 12 अगस्त 1991 को रावलपिंडी से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट G866537
- जुलाई 1996 को कराची से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट C-267185
- जुलाई 2001 में रावलपिंडी से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट H-123259
- रावलपिंडी से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट G-869537
- एक और पासपोर्ट KC-285901
पाकिस्तान के दस्तावेज में दाऊद के तीन एड्रेस का जिक्र
- व्हाइट हाउस, सऊदी मस्जिद के पास, कराची
- हाउस नंबर 37, 30th स्ट्रीट – डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी, कराची
- पलटियाल बंगलो, नूरबाद हिल एरिया, कराची
पहले भी की थी यही कोशिश
यह पहली बार नहीं है जब एफएटीएफ की मीटिंग से पहले पाकिस्तान ने दिखावे के तौर पर आतंकियों या आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की हो। पिछले साल मई में भी उसने 8 आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस बार 88 आतंकियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन आतंकियों के बैंक अकाउंट और प्रॉपर्टी सीज कर दी गई हैं। साथ ही इन पर ट्रैवल बैन भी लगाया गया है। कुछ दिन पहले यूएन ने भी टेररिस्ट लिस्ट जारी की थी। इनमें कई आतंकी पाकिस्तान में मौजूद हैं।
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा- हम यूएन चार्टर के हिसाब से कदम उठा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि दूसरे देश भी पाकिस्तान के इस कदम का समर्थन करते हुए ऐसा ही करेंगे। इन आतंकियों पर प्रतिबंध लगाए जाने से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कैबिनेट मीटिंग की। इसमें देश की अर्थ व्यवस्था और एफएटीएफ की मीटिंग के बारे में चर्चा हुई।
दो साल से ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान
पाकिस्तान की आर्थिक हालत बेहद खस्ता है। सऊदी अरब ने उसे कर्ज और ऑयल देने से साफ इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं सऊदी सरकार ने पाकिस्तान से साफ कह दिया है कि उसे इस साल के अंत तक 6.2 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना होगा। पाकिस्तान जून 2018 से ग्रे लिस्ट में है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को 27 पॉइंट का डिमांड लेटर दिया था। सितंबर तक यह सभी शर्तें पूरी की जानी हैं। इसकी समीक्षा संगठन अक्टूबर में होगी।