सूर्य ग्रहण 2019: गुरुवार, 26 दिसंबर को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है। खास बात यह है कि इस सूर्य ग्रहण में सूर्य ‘रिंग ऑफ फायर’ की तरह नजर आने वाला है। सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है। सूतक काल को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ समय माना जाता है। कहा जाता है कि इस खास समय कुछ विशेष काम करने से ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा और प्रभाव दोनों को खत्म किया जा सकता है। तो आइए देर किस बात की आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण के वो कौन से काम हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए और क्या करके सूर्य ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सकता है।
सूर्य ग्रहण के दौरान करें ये काम-
-सूतक काल से लेकर सूर्य ग्रहण तक के समय को अशुभ प्रभाव वाला समय माना जाता है। इस खास समय ग्रहण के प्रभाव को खत्म या कम करने के लिए पूजा पाठ करनी चाहिए।
-सूतक कल के दौरान पहले से बना हुआ भोजन दूषित और नकारात्मक प्रभाव पैदा करने वाला बन जाता है। यही वजह है कि सूतक काल शुरू होने से पहले ही भोजन में तुलसी का पत्ता डालने के लिए कहा जाता है।
– गर्भवती महिलाओं को सूतक काल के समय घर के भीतर रहना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य की हानिकारक किरणों का प्रभाव स्त्री और उसके होने वाले बच्चे पर नहीं पड़ता है।
-सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद नहाना चाहिए। मान्यता है कि ग्रहण काल में शरीर अशुद्ध हो जाता है। यही वजह है कि हिंदू धर्म में ग्रहण के बाद नहाकर साफ धुले हुए कपड़े पहनने के लिए कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये काम-
– ग्रहणकाल में अन्न, जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।
– ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें।
– ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। हालांकि चंद्र ग्रहण देखने से आंखों पर कोई बुरा असर नहीं होता।
– ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
-सूर्य ग्रहण के सूतक काल शुरू होने से पहले ही पूजाघर में पर्दा खींच दें (बंद कर दें)