इंदौर आए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर कहा कि केंद्र सरकार के पास अधिकार था, उस अधिकार का उपयोग क्यों नहीं किया गया। नागरिकता देने से किसने रोका, देना चाहिए था। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस कानून की कोई जरूरत नहीं है। दिग्विजय सिंह थैलेसीमिया वेलफेयर सोसाइटी हॉस्पिटल द्वारा पीड़ित बच्चों का जीवन बचाने में मदद करने वाले समाजसेवी के सम्मान समारोह में अपनी पत्नी के साथ पहुंचे थें। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के सम्मान कार्यक्रम को लेकर दिग्विजयसिंह ने कहा कि नड्डा को साफ करना चाहिए कि एनआरसी लागू किया जाए या नहीं किया जाए। क्योकि एनआरसी का मतलब यह है कि आप बाप दादा के स्कूल सर्टिफिकेट, बर्थ सर्टिफिकेट और सारे प्रमाण इकट्ठे करें। देश में ये सारे प्रमाण कहां मिल पाएंगे, इसलिए नड्डाजी को ये प्रमाणित करना होगा कि एनआरसी लागू होगा या नहीं होगा। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रही हिंसा पर दिग्विजय सिंह ने कहा हम हिंसा के हमेशा खिलाफ है और हिंसक घटनाओं को रोकने का हमेशा प्रयास होना चाहिए।