-एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध की आवाज अब तेज होने लगी है। सियासी तौर पर चल रहे प्रदर्शनों के बीच राजधानी के इकबाल मैदान पर स्टूडेंट पॉवर ने तीखे तेवर दिखाए। राजधानी और आसपास के कॉलेजों और यूनिवर्सिटी क स्टुडेंट्स ने भोपाल में हल्ला बोलकर एक स्वर में आवाज लगाई कि देश के टुकड़े नहीं होने दिए जाएंगे।
इस कार्यक्रम में पहली बार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए और उन्होंने इस बात को दोहराया कि देश को बांटने वाले काले कानून के खिलाफ वे आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ते रहेंगे। मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कानून को मानने से इंकार करते हुए कहा कि हम इस देश की पैदावार हैं, इसकी जमीन पर और यहां के आसमान पर हमारा भी उतना ही हक है, जितना यहां बसने वाले दूसरे सम्प्रदाय के लोगों का। उन्होंने ऐलान किया कि सरकार चाहे तो हमें शरणार्थी कैम्प में डाल दें, लेकिन हम अपने हिन्दुस्तानी होने का कोई सुबूत पेश करने नहीं जाएंगे। विधायक आरिफ मसूद ने भी हुंकार भरते हुए कहा कि देश आजाद हुआ तो हमने जिन्ना नहीं, गांधी का दामन थामा था, नफरत फैलाने वाली सियासत के मोहरे हम नहीं बनेंगे।