
भोपाल। मध्य प्रदेश में भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने फर्जी तरीके से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह भोपाल पुलिस कमिश्नर के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को ठगने का काम करता था। गिरोह के सरगना को फर्जी तरीके से सिमकार्ड चालू कर देने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।आरोपी फर्जी फेसबुक आईडी के जरिए लोगों को लालच देते थे कि अधिकारी का ट्रांसफर हो गया है। इसके बाद कहते थे कि वे कम दाम में फर्नीचर बेच रहे हैं। ठगी करने के लिए जिस सिम कार्ड से फोन किए जाते थे, वे सभी फर्जी होते थे। पुलिस ने आरोपियों को विदिशा जिले के सिरोंज से गिरफ्तार किया है।बताया जा रहा है कि, गिरोह का सरगना घर-घर जाकर अलग-अलग गांवों में लोगों को फ्री में सिम कार्ड देने का झांसा देता था। वह हर बार दो सिम कार्ड एक्टिवेट करता था, जिसमें से एक सिम ग्राहक को देता और दूसरा अपने पास रख लेता था। गिरोह फर्जी सिम कार्ड देकर साइबर अपराधियों से मोटी रकम वसूलता था। अब तक सरगना ने करीब 150 फर्जी सिम साइबर अपराधियों को बेचे हैं। इन्हीं सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर साइबर अपराधी ठगी को अंजाम देते थे।
पुलिस ने आकाश पिता बृजेश नामदेव (19) निवासी लटेरी जिला विदिशा, राहुल पंथी पिता बाबूलाल पंथी (22) निवासी सिरोंज जिला विदिशा, विवेक रघुवंशी पिता विनोद रघुवंशी (22) निवासी, सिरोंज जिला विदिशा और सोनू पिता हरी सिंह कुर्मी (22) गरेठा निवासी को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस इससे पहले सुनील कुमार प्रजापति पिता सूरजभान (24) निवासी अलवर राजस्थान और शकील पिता आस मोहम्मद निवासी अलवर राजस्थान को गिरफ्तार किया था।