मध्य प्रदेश के इंदौर में शिक्षा विभाग की एक महिला अधिकारी को रिश्वत लेना महंगा पड़ गया. लोकायुक्त पुलिस ने मिली शिकायत के आधार पर महिला अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा है.शिकायतकर्ता दिलीप बुझानी ट्रेजर टाउन बीजलपुर इंदौर के निवासी हैं, और उन्होंने बताया कि वह एमपी पब्लिक स्कूल अशोक नगर और एमपी किड्स स्कूल अंजलि नगर के संचालक हैं. वहीं, दोनों ही स्कूल शासन के विधिक मान्यता प्राप्त होकर संचालित हैं.
10 लाख रुपए के रिश्वत की मांग रखी गई थी
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने मीडिया से बातचीत में बताया की शिक्षा विभाग में जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी द्वारा स्कूल संचालक को मान्यता निरस्त किए जाने का डर दिखाकर 10 लाख रुपए के रिश्वत की मांग रखी गई थी. इसके बाद शिकायत होने पर लोकायुक्त पुलिस ने शीला मरावी (अधिकारी महिला) को रिश्वत की पहली किस्त एक लाख रुपए लेते हुए कार्यालय में गिरफ्तार किया.
क्या था मामला
दरअसल दोनों ही स्कूल शासन से विधिक मान्यता प्राप्त होने पर शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार संचालित हो रहे थे. वहीं, आरटीआई एक्टिविस्ट संजय मिश्रा ने जिला शीला मरावी के कार्यालय से सूचना के अधिकार के अंतर्गत दोनों ही स्कूल के छात्र-छात्राओं की पांचवी और आठवीं की परीक्षा में सम्मिलित होने की जानकारी मांगी.
आरटीआई एक्टिविस्ट पर लगा ये आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप था की यह आरटीआई एक्टिविस्ट उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था, जिस पर शीला मरावी जांच नहीं करने और आगे भी आरटीआई एक्टिविस्ट को कोई शिकायत नहीं करने- ऐसा लिखवा कर देने के बदले में 10 लाख रुपए मांगे थे, जिसे बाद में कम कर चार लाख किया गया था.