बुधनी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज बुधनी में दशहरा उत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने रावण के पुतले का दहन किया। अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र की जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बुधनी मुझे प्राण से भी प्यारी है। मुझे किसान भांजे और भांजियों की चिंता हमेशा रहती है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रावण का मतलब बुराई और अधर्म है। और भगवान राम का मतलब अच्छाई और धर्म। इसलिए विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। एक बात याद रखना बुधनी वालों, देर भले हो जाए लेकिन अंततः जीत सत्य, अच्छाई, धर्म की होती है। अगर किसी के अंदर बुराई है तो समझ लो रावण अपने अंदर है। असली दशहरा है कि अपने अंदर के रावण को मार डालो। भगवान का आदेश है कि अपनी पत्नी को छोड़कर नारी को माता के समान मानो।
उन्होंने जनता से कहा कि घृणा छोड़कर सबसे प्रेम करो, भांजे-भांजियों से, पड़ोसियों से और बुधनी को भगवान राम की अवधपुरी बना दो। मैं काम नहीं गिनाना चाहता लेकिन बुधनी बढ़ रहा है, यहां का विकास हो रहा है। स्नेह-प्रेम की आत्मीयता ऐसी बढे कि पूरे देशभर में प्राणों से प्यारी बुधनी की चर्चा हो। आप सब मेरे अभिन्न अंग हैं। जब तक इस शरीर में प्राण है, बेटा-बेटी की चिंता करूंगा, किसानों के कल्याण की चिंता भी करूंगा, गरीबों के उत्थान की चिंता करुंगा। खेलकूद भी होंगे और बच्चों की पढ़ाई के लिए मामा कोचिंग क्लास फिर से शुरू होंगे।