इंदौर। मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के विकास को लेकर कई बड़े ऐलान किए हैं। इस घोषणा से मेट्रो और ट्रैफिक विकास को रफ्तार मिलेगी। इंदौर 2047 के अमृतकाल के विकास पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इंदौर को देश में विकास का मॉडल बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिलकर एमपी के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।
सिंहस्थ 2028 से पहले पूरा होगा इंदौर-उज्जैन मेट्रो प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री डॉ मोहन ने बैठक में घोषणा की कि सिंहस्थ 2028 से पहले इंदौर-उज्जैन मेट्रो प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया जाएगा। यह प्रोजेक्ट इंदौर और उज्जैन के बीच यातायात और संपर्क को नया आयाम देगा। उन्होंने बताया कि सरकार मेट्रोपॉलिटन शहरों के विकास को लेकर गंभीर है और जल्द ही इंदौर-उज्जैन मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी का गठन किया जाएगा। इस प्राधिकरण के तहत इंदौर, देवास, धार और उज्जैन का समग्र विकास होगा।
मेट्रोपॉलिटन शहरों के लिए की गई विस्तृत समीक्षा
सीएम ने मेट्रोपॉलिटन योजना पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि किन शहरों को मेट्रोपॉलिटन प्रोजेक्ट में शामिल किया जाना है, इसके लिए सर्वे रिपोर्ट का अवलोकन किया गया है। नगरीय और ग्रामीण निकायों के कार्यों पर भी समीक्षा की गई, जिसमें सकारात्मक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
वंदे मेट्रो को मिलेगी रफ्तार
डॉ. मोहन यादव ने वंदे मेट्रो प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की, जो 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी। यह मेट्रो पहले से ब्रॉडगेज पर चल रही ट्रेनों की तुलना में कहीं अधिक तेज होगी। जिससे यात्रा और परिवहन में बड़ा सुधार होगा। वर्तमान में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट्स को और गति देने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इंदौर की ट्रैफिक समस्या के समाधान पर होगी विशेष बैठक
इंदौर की ट्रैफिक समस्याओं को लेकर भी मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि शहर में एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव तैयार है, जो ट्रैफिक कंट्रोल में मददगार साबित होगा। इंदौर में ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए जल्द ही एक और विशेष बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें स्थानीय अधिकारियों और विशेषज्ञों की भागीदारी होगी।
डबल इंजन सरकार करेगी तेजी से विकास
मुख्यमंत्री डॉ मोहन ने आखिर में कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। जहां केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिलकर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं। इस दिशा में इंदौर का विकास सरकार की प्राथमिकता में शामिल है और इसके लिए कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम हो रहा है। इस समीक्षा बैठक से यह स्पष्ट है कि आने वाले वर्षों में इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों का विकास एक नए स्तर पर पहुंचने वाला है। जिसमें मेट्रो, वंदे मेट्रो और ट्रैफिक प्रबंधन जैसी योजनाओं को प्रमुखता से लागू किया जाएगा।