हल्दी एक खास तरह का मसाला है, जो सदियों से खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही साथ यह एक तरह के दवा के रूप में भी इस्तेमाल होता है. आयुर्वेद में हल्दी की तुलना दवा से की गई है. यह एक ऐसा मसाला है जिसमें करक्यूमिन नमक कम्पाउंड होता है. जो सेहत के लिए काफी ज्यादा अच्छा होता है.
हल्दी खाने से ग्लोइंग स्किन के साथ-साथ बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी काफी ज्यादा मददगार है. शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से अक्सर लोग दिल के मरीज बन जाते हैं. ऐसी स्थिति में बहुत जरूरी है कि शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखना चाहिए.
हल्दी कोलेस्ट्रॉल को कैसे करता है कम?
हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं. इसमें भरपूर मात्रा में करक्यूमिन तत्व होते हैं. जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करती है. बैड कोलेस्ट्रॉल से हार्ट की बीमारी का खतरा काफी ज्यादा होता है.
हल्दी के इस्तेमाल करने का तरीका
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए हल्दी या चाय काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. इसके लिए सबसे पहले गुनगुना पानी लीजिए उसमें हल्दी के टुकड़े, काली मिर्च, दालचीनी पाउडर मिला लें. जब पानी ठीक से उबल जाए तो उसे छान लें और फिर शहद मिलाकर पी लें. इससे धीरे-धीरे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में आ जाएगा. यह इम्युनिटी को भी मजबूत करने का काम करता है. साथ ही साथ वजन को भी कंट्रोल में रखता है.
ये समस्याएं भी होती हैं कंट्रोल
जोड़ों में होने वाले दर्द के लिए है फायदेमंद
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन काफी ज्यादा अच्छी होती है. इसमें एंटी इन्फ्लामेट्री गुण होते हैं. जो जोड़ों के दर्द को करने में मदद करती है.
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को करता है कम: हल्दी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. जो स्ट्रेस को धीरे-धीरे कम करता है. इसलिए खानपान में हल्दी का इस्तेमाल काफी ज्यादा फायदेमंद होता है.
किसी भी तरह के इंफेक्शन को करता है दूर: कच्चे हल्दी में करक्यूमिन काफी ज्यादा मात्रा में होती है. जो एक तरह की एंटी इंफ्लामेट्री कंपाउंड है. यह खास तरह का कंपाउंड किसी भी तरह के इंफेक्शन और क्रोनिक बीमारी को ठीक करती है.
एंटी ऑक्सिडेंट गुण: हल्दी में एंटी ऑक्सिडेंट गुण होते हैं. जो आपके शरीर को फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं. यह सेल्स को डैमेज कर देते हैं. और उम्र भी बढ़ जाती है.