इंदौर: वरिष्ठ उपन्यासकार और साहित्यकार प्रो. शरद पगारे का शुक्रवार देर शाम निधन हो गया। अंतिम यात्रा 29 जून को दोपहर 12 बजे उनके निवास से रीजनल पार्क मुक्तिधाम के लिए रवाना होगी। उन्होंने कई उपन्यास लिखे, जिनमें गुलारा बेगम काफी लोकप्रिय रही। उन्हें व्यास सम्मान दिया गया था। उनके पुत्र प्रो. सुशीम पगारे वरिष्ठ खेल समीक्षक हैं। प्रो. शरद पगारे की हिंदी परिवार व मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के हरेराम वाजपेयी और मातृभाषा उन्नयन संस्थान के डॉ. अविचल जैन अर्पण ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
हिंगोट युद्ध को लेकर तैयारी पूरी: कल दो दलों के योद्धा होंगे आमने-सामने, अग्निबाणों से करेंगे वार, जानें क्या है इस सदियों पुरानी परंपरा की मान्यता
देपालपुर(इंदौर)। मध्यप्रदेश के इंदौर से 60 किलोमीटर दूर गौतमपुरा नगर अपनी हिंगोट की सदियों पुरानी परंपरा के लिए पूरे विश्व मे जाना जाता है, जो की दीपावली के एक दिन बाद…