दिल्ली की हवा और बदतर हो गई है. आनंद विहार सहित कुछ क्षेत्रों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 600 से अधिक है. Aqicn वेबसाइट के अनुसार, यह मौसम में सबसे खराब है. सोमवार सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत AQI 434 था.
IQair नामक हवा की गुणवत्ता मापने वाली वेबसाइट का दावा है कि दिल्ली में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित मानक पीएम 2.5 से 59 गुना अधिक है. नियमित रूप से इस प्रदूषण में रहने से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है. मस्तिष्क और फेफड़े को चोट लग सकती है. AQI 200-300 खराब हवा गुणवत्ता सूचकांक बताता है. 301 से 400 तक बहुत खराब, 401 से 450 तक गंभीर, और 450 से अधिक बेहद गंभीर या खतरनाक हैं.
बीते 2 दिनों में दिल्ली के मौसम में हल्का बदलाव देखा गया है. पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के ऊपर बने चक्रवाती तूफान के चलते तापमान में हल्की गिरावट आई है, इससे सुबह में हल्की धुंध आ रही है और हवा की गति धीमी हो गई है, जिससे प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है. दिल्ली के 13 इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार को 400 के पार, यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया. अगले 2-3 दिनों में भी वायु गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं होने का अनुमान है.
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राजधानी में डस्ट पलूशन को नियंत्रित करने के लिए टीमें जमीन पर लगातार काम कर रही हैं, जैसे कि गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण या पराली जलाने से.
PUC न रखने वाले 54,000 वाहनों पर जुर्माना
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बताया कि 15 से 31 अक्टूबर के बीच 56 निर्माण स्थलों को बंद कर दिया गया था, जबकि 597 स्थलों पर जुर्माना लगाया गया था. वैलिड प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट (PUQ) नहीं रखने वाले 54,000 वाहनों पर जुर्माना लगाया गया था, और 3,900 वाहनों को उम्र की सीमा पार कर चुके थे.