इंदौर में पेड़ों की कटाई अनवरत जारी है। भीषण गर्मी से परेशान हुए इंदौरवासी अब पेड़ों की कटाई पर मुखर हो गए हैं। मेट्रो के लिए शहर में हजारों पेड़ों की बलि ले ली गई और अभी भी लगातार निगम के द्वारा पेड़ काटे जा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से फिर से मेट्रो के लिए पेड़ कटना शुरू हो गए हैं। विजय नगर से अरबिंदो के बीच में कई जगह पेड़ों के तने ढेर में दिख रहे हैं।
नागरिक कर रहे विरोध
पेड़ों की कटाई का शहरवासी विरोध कर रहे हैं। मेट्रो के लिए कट रहे पेड़ों की सोशल मीडिया पर भी खूब आलोचना हुई है। कुछ नागरिकों ने पेड़ों की इन कटाई के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाले हैं जो वायरल हो रहे हैं।
जितना हो सके पेड़ों को बचाएं
वरिष्ठ पर्यावरणविद् ओपी जोशी ने कहा कि मेट्रो हो या कोई भी प्रोजेक्ट हमें पेड़ों को बचाना ही प्राथमिकता पर रखना होगा। आज शहर हीट वेव से जूझ रहा है। भविष्य में हालात और भी खराब होने वाले हैं। यदि इसी तरह से चलता रहा तो हम इंदौर में भीषण जल संकट का भी सामना करेंगे। प्रशासन और सरकार को जितना हो सके पेड़ों को बचाने पर ध्यान देना चाहिए।
निगम नहीं दे रहा जानकारी
पेड़ों की कटाई पर निगम जानकारी नहीं दे रहा है। मेट्रो प्रोजेक्ट समेत अन्य सभी प्रोजेक्ट्स में पेड़ों की कितनी कटाई की गई है इसकी जानकारी नगर निगम द्वारा सार्वजनिक नहीं की जा रही है। पेड़ों को काटकर उन्हें या तो मलबे में ही दफना दिया जाता है या फिर तनों और टहनियों को कहीं और ले जाकर फेंक दिया जाता है।