अमेठी। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए है। इस बीच उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई हैं। अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव हार गई हैं। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी केएल शर्मा ने शिकस्त दी है।
अमेठी लोकसभा सीट पर 20 मई को पांचवे चरण में मतदान हुए। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान सांसद स्मृति ईरानी को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा था। जबकि कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया, वहीं बहुजन समाज पार्टी ने नन्हें चौहान को उम्मीदवार बनाया था।
केएल शर्मा ने कही ये बात
किशोरी लाल शर्मा ने कहा कि अमेठी की जीत गांधी परिवार और यहां के जनता की जीत है। मैं नहीं बल्कि यहां की जनता चुनाव लड़ी। असली काम जनता ने किया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने मेरे लिए चुनाव प्रचार किया। मैं उनके विश्वास पर खरा उतरा, इन सभी का धन्यवाद।
प्रियंका गांधी बोलीं- मुझे शक नहीं यकीन था
वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) पर पोस्ट कर लिखा- किशोरी भैया, मुझे कभी कोई शक नहीं था, मुझे शुरू से यक़ीन था कि आप जीतोगे। आपको और अमेठी के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई।
कौन हैं किशोरी लाल शर्मा
किशोरी लाल शर्मा मूल रूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। वह पहली बार 80 के दशक में गांधी परिवार के करीब आए। धीरे-धीरे राजीव गांधी से नजदीकी बढ़ी। वर्ष 1983 में जब पहली बार राजीव गांधी ने रायबरेली और अमेठी में कदम रखा, तब KL शर्मा भी उनके साथ वहां गए। राजीव गांधी की असमय मौत के बाद गांधी परिवार से उनके रिश्ते और गहरे हुए।
सोनिया गांधी के दाहिने हाथ
राजीव गांधी की मौत के बाद जब सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में उतरीं तो किशोरी लाल शर्मा एक तरीके से उनके दाहिने हाथ बन गए। उनके साथ लगातार रायबरेली और अमेठी जाते रहे। जब सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट छोड़ी तो किशोरी लाल शर्मा को अमेठी का जिम्मा सौंप दिया। तब से वह लगातार राहुल गांधी का इलेक्शन मैनेज करते आ रहे थे।