इंदौर. दरअसल भीषण गर्मी में लू लगने पर आमतौर पर लोगों को कैरी के पने को पीने की सलाह देते हैं, जो देश भर में देसी सॉफ्ट ड्रिंक के रूप में प्रसिद्ध है. लेकिन मालवा अंचल में कैरी के पने का एक अलग स्वरूप देखने को मिलता है, जिसे झोलिया कहते हैं. दरअसल, झोलिया आम की सूखी कैरी को पाउडर बनाकर, पुदीना, काला व सेंधा नमक, इलायची के साथ बनाया जाता है. मालवा अंचल में गर्मियों के सीजन में विभिन्न कार्यक्रमों और सार्वजनिक समारोह में यही सॉफ्ट ड्रिंक सबसे ज्यादा पिलाया जाता है.
इस वजह से लू में रामबाण है झोलिया
इसकी खासियत यह है कि कैरी और पुदीने के आयुर्वेदिक गुणों के कारण न केवल लू से बचाता है बल्कि पानी के साथ यह मिल जाने पर शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देता है. यह एक तरह के प्राकृतिक ओआरएस के घोल की तरह काम करता है. साथ ही शरीर की गर्मी को कम कर ठंडक प्रदान करता है. इसी वजह से लू नहीं लगती और अगर लग भी जाए तो इसे पीकर जल्दी रिकवरी भी होती है.
ऐसे तैयार होता है झोलिया
इंदौर और मालवा में झोलिया को इंस्टेंट रूप में तैयार किया जाता है, आजकल यहां झोलिया के पाऊच शहर की कुछ चुनिंदा दुकानों पर मिलते हैं, जिसमें सूखी कैरी, पुदीना काला नमक, काली मिर्च, सेंधा नमक, जीरा पाउडर, इलायची पाउडर मिलाया गया होता है. जब भी यह परोसा जाता है तो ठंडे पानी में इसका पाउडर बर्फ के साथ शक्कर मिलाकर दिया जाता है. झटपट तैयार होने वाला झोलिया हल्के हरे रंग का नजर आता है, जो पुदीना पाउडर और केरी के कारण होता है. इसका स्वाद भी लाजवाब होता है.