मध्य प्रदेश में एक और किसान की आत्महत्या ने सियासत गरमा दी है. रायसेन में एक किसान ने सूदखोरों से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया. किसानों की कर्ज़माफी का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार पर विपक्ष हमलावर हो गया है.
कृषि मंत्री सचिन यादव के एक ट्वीट ने आग में घी का काम किया है, जिसमें एक किसान कमलनाथ की तस्वीरों की पूजा कर रहा है. विपक्ष ने इस मामले में सियासी लड़ाई छेड़ दी है. बीजेपी अब प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रही है.
सूबे में किसानों की कर्जमाफी के वादे को पूरा करने में कांग्रेस सरकार के पसीने छूट रहे हैं.
वहीं किसानों की आत्महत्या रुकने का नाम नहीं ले रही. रायसेन में फिर एक किसान ने आत्महत्या (Former Suicide) कर ली. मृतक किसान तुलसीराम के परिवार का कहना है कि किसान ने साहूकार से कर्ज़ ले रखा था. हाल में किसान को भारी नुकसान हुआ था जिसके चलते वो कर्ज चुका नहीं पा रहा था. लिहाजा उसे मौत को गले लगाना पड़ा
दीपावली के मौके पर खरगौन के किसान ने कमलनाथ के फोटो की पूजा की थी. कृषि मंत्री ने इन तस्वीरों को ट्वीट करके मध्यप्रदेश के किसानों को खुशहाल करार दे दिया. अब किसान की आत्महत्या के बाद बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार पर हमला बोल दिया है. बीजेपी (BJP) शासनकाल में राजस्व मंत्री रहे उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि कृषि मंत्री के उस ट्वीट का इस आत्महत्या ने जवाब दे दिया है.
वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस को कमलनाथ के फोटो की पूजा दिख रही है लेकिन कई किसानों की तस्वीरों पर माला चढ़ गई क्योंकि कर्ज़माफी नहीं हुई.
मामले में कृषि मंत्री का कहना है कि घटना दुखद है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. किसानों को बहलाकर उन्हें लूटने का धंधा नहीं होने दिया जाएगा. कृषि मंत्री ये तो नहीं बता पाए कि वो कार्रवाई क्या करेंगे. मंत्री जी तो सूदखोरी के खिलाफ सख्ती की बात कहकर मामले को टालते नज़र आए.
कृषि मंत्री दावा कर रहे हैं कि 20 लाख किसानों का कर्ज़ माफ किया जा चुका है और आने वाले दिनों में 12 लाख किसानों का कर्ज़ और माफ किया जाएगा. हालांकि कर्ज़ से परेशान किसान अभी भी आत्महत्या करने को मजबूर हो रहा है. बीजेपी इसी मुद्दे को भुनाने के लिए चार नवंबर को बडा आंदोलन करने जा रही है. ऐसे में कांग्रेस सरकार के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.