इंदौर। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम द्वारा नामांकन वापस लेने के बाद लोकसभा चुनाव के मैदान में अब कांग्रेस नहीं है. इस स्थिति से नाराज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घटना के लिए भाजपा और भाजपा नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए इस बार कांग्रेस के पक्ष में मतदान के स्थान पर मतदाताओं को नोटा का विकल्प सुझाया है. पटवारी ने कहा इंदौर के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस किसी भी निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन नहीं करेगी, बल्कि इस पूरी व्यवस्था के खिलाफ जन आंदोलन करेगी.
चुनाव का नहीं करेंगे बहिष्कार, नोटा विकल्प
जीतू पटवारी बोले, ”हमारे विधायक हारे पर हमने तो कोई गलत कदम नहीं उठाया. लेकिन अब तो देश में राजनीतिक माफिया पनप रहे हैं.” पटवारी ने कहा ”अब ये लड़ाई बीजेपी-कांग्रेस की नहीं है, कांग्रेस अब चुनाव नहीं लड़ रही है, उसका चुनाव चिन्ह ही निकल गया, पर ये लड़ाई अब न्याय की है. अब इंदौर की राजनीतिक अस्मिता की लड़ाई है. चुनाव का बहिष्कार हम नहीं करेंगे लेकिन हमारे पास नोटा का विकल्प है.”
बीजेपी को सबक सिखाएंगे
जीतू पटवारी ने निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर कहा कि ”उन्हें हमने बीजेपी से बचाया.” पटवारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी पर सवाल उठाते हुए कहा ”समय तीन बजे का था लेकिन चार बजे तक चीजें चलती रहीं. कांग्रेस पार्टी किसी को समर्थन नहीं देगी. लेकिन यह स्थिति है कि किसी को चुनाव भी नहीं लड़ने दिया जा रहा है. सत्ता है तो अपनी मनमानी चल रही है, अब कांग्रेस का दायित्व हो चुका है बीजेपी को सबक सिखाना है. जिन लोगों के पास ताकत है वह रावण जैसे हैं, जिनका अहंकार वह बढ़-चढ़कर बोलता है, वह साफ तौर पर दिखता है.”