नई दिल्ली: मंगलवार को पवनसुत हनुमान जी की जयंती श्रद्धा, उल्लास से मनाई जाएगी। इस मौकें पर हनुमान मंदिरों में अनुष्ठान, पूजन और श्रृंगार किया जाएगा। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो इस बार ग्रहों का अच्छा संयोग हनुमान जयंती पर मिल रहा है। दरअसल इस दिन गुरु आदित्य राजयोग बन रहा है। इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है, इस कारण हनुमान जयंती का फल दोगुना हो जाएगा। इसके अलावा इस दिन पंच महापुरुष योग भी बन रहा है। इस योग में शुक्र ग्रह के कारण मालव्य योग का निर्माण हो रहा है।
ग्रहों के कारण बन रहें हैं योग
जब शुक्र वृषभ और तुला या फिर उच्च राशि मीन में तो इस योग का निर्माण होता है , यह योग भी बहुत फलदायी होता है। इसके अलावा शनि के कारण शश राजयोग बन रहा है। शश योग कुंडली में शनि ग्रह की विशेष स्थिति के कारण बनता है, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें और दसवें घर में शनि अपने स्वयं की राशि मकर, कुंभ में या उच्च राशि तुला में मौजूद होता है तब शश योग बनता है। इसके साथ ही और मालव्य नामक पंच महापुरुष योग की शुभता होने से सुख-समृद्धि बढ़ेगी। इस दिन श्रद्धालु संगम व गंगा-यमुना के घाटों पर स्नान-दान करेंगे। पूर्णिमा तिथि सोमवार को रात 2:45 बजे शुरू हो जाएगी जो मंगलवार को भोर में 4:46 बजे तक रहेगी।
इस तरह करें हनुमान जी की पूजा
हनुमान जी की जयंती पर व्रत रखते हैं। सुबह सवेरे उठें राम-सीता और हनुमान को याद करते स्नान करें। हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें। भगवान हनुमान की एक मूर्ति या तस्वीर जिसका मुख पूर्व दिशा की ओर हो, के सामने प्रार्थना करें। हनुमान जयंती को शनि से जुड़ी बाधाओं को दूर करने के लिए एक शुभ दिन माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और भूत-प्रेत से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है।