क्रिकेट के भगवान के रूप में विख्यात सचिन तेंदुलकर महानगर मुंबई से आ रांची पहुंचे। यहां सचिन तेंदुलकर ने सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। उन्होंने यहां बच्चों के साथ ओरमांझी के मैदान में फुटबॉल मैच का आनंद लिया। बातचीत में सचिन ने कहा कि बच्चों के अभिभावकों की जिम्मेदारी बनती है कि खेल प्रतिभा को प्रोत्साहित करें और खेल का अवसर प्रदान करें।
रांची। क्रिकेट के भगवान के रूप में विख्यात सचिन तेंदुलकर महानगर मुंबई से आ रांची पहुंचे। सचिन आज सुबह ओरमांझी 3.30 तीन घंटे गुजारा। सुबह पत्नी के साथ रांची पहुंचे थे। मूलत: वे सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे।
यहां ओरमांझी के मैदान में फुटबॉल के साथ कलाबाजी दिखाते रहे और छोटे-छोटे बच्चों के संग मैच खेला और प्रोत्साहित किया। बच्चों के लिए भी प्रसन्नता का अवसर था, जिसे वह अखबार और टीवी में भी देखते थे। वह महान खिलाड़ी आज उनके साथ खेल रहा था और सीखा रहा था।
बातचीत में सचिन ने कहा कि बच्चों के अभिभावकों की जिम्मेदारी बनती है कि खेल प्रतिभा को प्रोत्साहित करें और खेल का अवसर प्रदान करें साथ ही सहयोग करें। बिना सहयोग के बच्चों में छिपी प्रतिभा नहीं निखर सकती है। संस्था में ही वे भोजन का मौका आया तो बच्चों के साथ वहां तैयार मड़ुआ की रोटी, साग, पनीर की सब्जी, दाल और चावल का आनंद लिया।
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि झारखंड के ग्रामीण इलाकों में कई प्रतिभाएं हैं, जो खेल के क्षेत्र में बेहतर करेंगे। उन्हें प्रोत्साहित और बढ़ावा देना चाहिए। रांची में सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन और युवा संस्था के फ्रांज गेस्टलर के साथ मिलकर काम कर रही है। दोनों संस्था के समक्ष शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में बेहतर काम करने का लक्ष्य है।
फुटबॉलर का मनाया जन्मदिन, काटा केक
सचिन युवा संस्था के महिला फुटबॉलर के संग समय भी व्यतीत किया। उन्हें फिटनेस जुड़े कई राज भी बताएं। इस दौरान एक महिला फुटबॉलर के जन्मदिन पर केक भी काटा। खिलाड़ियों ने कई सवाल जवाब भी किए, जिनका जवाब सचिन ने बखूबी दिया। युवा संस्था में करीब दो घंटे तक अपना समय दिया। इस दौरान उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर भी काफी उत्साहित नजर आई। उन्होंने युवा फुटबॉलरों के संग बात कर उनका अनुभव भी साझा साक्षा किया।