भोपाल. मिंटो हाॅल परिसर में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि कर्ज माफी की घोषणा के बाद इतना बड़ा किसान ऋण घोटाला सामने आएगा। अभी तक के अनुमान के अनुसार ये 2000 करोड़ रुपए का है, लेकिन अंतिम आंक़ड़े आने तक ये तीन हजार करोड़ तक होने का अनुमान है। दोषियों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दे दिए गए हैं।
कमलनाथ ने कहा कि 15 साल में कुल कितने रुपए का घोटाला हुआ है ये सामने आ जाएगा। सरकार इसकी जांच करा रही है। एफआईआर के आदेश दे दिए गए हैं। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 15 साल में एक भी गौशाला नहीं खोली। हमारी सरकार ने टारगेट निर्धारित कर दिया है। हर महीने मॉनिटरिंग की जाएगी कि कितना काम हुआ और कितनी गौशालाएं खोली गईं। हम अगले चार महीने में एक हजार गोशालाएं शुरू करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश: मंगलवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रालय में आयोजित बैठक में अगले चार महीने में एक हजार सरकारी गौशालाएं खोलने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा जब सरकार गौशालाएं खोलने जा रही हैं। कमलनाथ ने कहा कि हम अपने वचन पत्र के वादे के मुताबिक प्रदेश में गौशालाएं स्थापित करेंगे। कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार अपना काम कर रही है। इससे पहले मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक में गौशालाओं के संबंध में निर्णय लिया गया।
ग्रामीण विकास विभाग करेगा निर्माण: गौशालाएं खोलने से एक लाख निराश्रित गौ वंश की देखभाल हो सकेगी और 40 लाख मानव दिवसों का निर्माण होगा। ग्रामीण विकास विभाग प्रोजेक्ट गौ शाला का नोडल विभाग होगा और कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति होगी। मुख्यमंत्री ने निजी संस्थाओं से भी इस परियोजना में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट गौ शाला से शहरों और गांवों में आवारा पशुओं द्वारा पहुंचाए जा रहे नुकसान से निजात मिलेगी। आवारा पशुओं को आसरा मिलने के साथ रोजगार भी निर्मित होंगे। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में निजी क्षेत्र की 614 गौ शालाएं हैं। अब तक एक भी शासकीय गौ शाला नहीं है।