जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में लगभग 450 करोड़ की लागत से जबलपुर डुमना एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग बनकर तैयार है। गुरुवार यानी 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही एमपी मोदी अन्य निर्माण कार्यों का भी वर्चूअली लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री द्वारा 29 फरवरी को होने जा रहे इस लोकार्पण को लेकर मंत्री राकेश सिंह ने पीएम मोदी का आभार जताया है।
नई टर्मिनल बिल्डिंग में रहेगी ये सुविधा
एयरपोर्ट में नई टर्मिनल बिल्डिंग में आधुनिक चेक इन काउंटर्स, 2 बेगेज बेल्ट, एलीवेटर्स, एस्केलेटर, आधुनिक पेसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, फायर फाइटिंग, फायर अलार्मस सिग्नल्स, डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरा, बैगेज स्केनर, चाइल्ड केयर रूम, व्हीआईपी रूम, स्नैक्स बार, एटीएम, चिकित्सा सुविधा के साथ ही पब्लिक एमेनिटीज की सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। साथ ही 300 कारों की पार्किंग एवं वीआईपी. व बस पार्किंग की व्यवस्था भी होगी।
प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा रनवे भी जबलपुर में
नई टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा एटीसी टाॅवर, टैक्निकल ब्लाॅक एवं फायर स्टेशन कार्य भी किया गया है। साथ ही रनवे एवं एप्रन का निर्माण हेतु वर्तमान 1988 मी. के रनवे मरम्मत के साथ ही एक्सटेंशन करते हुए 2750 मी. का रनवे बनाया गया है। जिससे ए320/321 जैसे बड़े एयरक्राॅफ्ट भी आसानी से अब लैंड हो सकेंगे। इसी के साथ नाइट लैंडिंग में अब किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। 2750 मीटर लंबे रनवे के साथ प्रदेश का दूसरा सबसे लंबा रनवे होगा, जबकि प्रदेश का सबसे लंबा रनवे इंदौर विमानतल का रनवे है जो 2754 मीटर लंबा है, वहीं भोपाल एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2744 मीटर है।
मंत्री राकेश ने लड़ी लंबी लड़ाई
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि, 2004 में जब वो पहली बार जबलपुर लोकसभा से चुनकर आए तो उस समय जबलपुर को बड़ा गांव कहा जाता था। जो दंश की तरह चुभता था और उस समय उसका बड़ा कारण था जबलपुर में मजबूत कनेक्टिविटी न होना। साथ ही कनेक्टिविटी में भी हवाई सेवा का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है और जबलपुर में उस समय जो हवाई पट्टी थी उस पर जानवर चरा करते थे।
उन्होंने कहा की मैंने सांसद बनने के बाद उस दिशा में प्रयास प्रारंभ किए तभी एयर डेक्कन की शुरुआत देश में हुई और मैंने एयर डेक्कन के चीफ कैप्टन गोपीनाथ से मिलकर जबलपुर में एयर डेक्कन की नियमित उड़ान प्रारंभ कराई और उसके बाद स्पाइस जेट, किंगफिशर, एलायंस एयर, इंडिगो और जूम से भी बात करके उड़ान प्रारंभ कराई और उसका परिणाम हुआ कि जबलपुर सीधे तौर पर दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, बैंगलोर, बिलासपुर जैसे प्रमुख शहरों से हवाई सेवा के माध्यम से जुड़ गया।