इंदौर के माणिकबाग क्षेत्र में शराब के नशे में स्कूली बस चला रहे ड्रायवर ने एक व्यापारी की जान ले ली।इसके बाद एक राहगीर को भी टक्कर मारकर घायल कर दिया। बस की गति इतनी तेज थी कि वह पोल से टकरा गई तो पोल टेढ़ा हो गया। हादसे के समय बस में ज्यादा स्कूली बच्चे बच्चे नहीं थे, अन्यथा हादसे और भयावह हो सकता था। चालक बस को स्पीड मेें रांग साइड चला रहा था।
मंगलवार शाम को माणिकबाग ब्रिज के नीचे लारेंस स्कूल की बस रांग साइड से जा रही थी। उसकी गति भी काफी तेज थी। पहले बस ने दीपक पिता मुरली भाई को टक्कर मारी। वे एक रेस्त्रां संचालक है। वे एक्टिवा पर सवार थे। बस ने उन्हें रौंद दिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद सड़क पर चल रहे एक अन्य राहगीर को टक्कर मार दी। वह गंभीर रुप से घायल है और उसका अस्पताल में इलाज जारी है। इसके बाद भी बस की स्पीड कम नहीं हुई और बिजली के पोल से टकराने के बाद रुकी। बस में स्कूली बच्चे भी सवार थे। उन्हें कोई चोट नहीं आई। टक्कर के बाद चालक रामेश्वर पिता रामचंद्र को भीड़ ने घेर लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
व्यस्त मार्ग पर भी तेज थी स्पीड
माणिकबाग के नीचे की रोड भी काफी ट्रैफिक रहता है, लेकिन बस चालक उस सड़क पर भी तेज गति से गाड़ी चला रहा था। रांग साइड होने के बावजूद उसने स्पीड कम नहीं की और दो लोगों को टक्कर मारकर पोल से बस टकराने के बाद रुकी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सड़क पर हादसे के वक्त दूसरे भी वाहन थे। टक्कर के बाद वे जान बचाने के लिए सड़क से इधर-उधर हो गए, अन्यथा बस अन्य लोगों को भी चपेट में ले लेती। तेज स्पीड के कारण पोल भी झुक गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर बस को थाने भिजवाया। आपको बता दें कि इंदौर में नए कलेक्टर ने तेज वाहनों के खिलाफ मंगलवार से ही अभियान छेड़ा था और शहर के सघन इलाके में यह हादसा हो गया। तीन साल पहले इंदौर में दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस का भी हादसा हुआ था।