उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान चर्चा में बने हुए हैं. सपा नेता के इस बयान से पार्टी और वोटर्स का एक बड़ा तबका नाराज नजर आता है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को उनके विवादित बयानों पर नाराज नजर आ रहे हैं. उन्होंने सपा नेता के बयानों पर जवाब दिया है. इसके साथ ही शिकायतों पर नरेश उत्तम पटेल को निर्देश दिए हैं.
सपा प्रमुख लखनऊ में पार्टी दफ्तर से प्रेस को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मीडिया के कई सवालों को उन्होंने जवाब दिया. तब उनसे स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों पर सवाल किया गया. इसपर अखिलेश यादव ने कहा, ‘सब ब्राह्मण स्वामी की शिकायत किए हैं. नरेश उत्तम पटेल से बोला है कि उसको मना करो अब ऐसा कुछ ना बोलो और नेताओं को भी निर्देश दो. सोशल मीडिया पर लिखना है तो तार्किक लिखो वरना मत लिखो.’
दिया था विवादित बयान
दरअसल, बीते दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया था. उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि हिंदू धर्म एक धोखा है. वैसे भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है. यह जीवन जीने की एक शैली है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है.
उन्होंने कहा था कि जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं, लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है. ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस तरह का बयान दिया हो. इससे पहले भी वह हिंदू धर्म पर विवादित बयान दे चुके हैं. मां लक्ष्मी और रामचरितमानस पर दिए गए बयान को लेकर भी चर्चा में आए थे.