इंदौर की परंपरागत झांकियों को देखने के लिए गुरुवार दोपहर से ही राजबाड़ा क्षेत्र में लाखों लोगों की भीड़ जुटने लगी। शाम 6 बजे कलेक्टर इलैया राजा टी ने पूजा अर्चना के साथ झांकियों के प्रस्थान का शुभारंभ किया। चिकमंगलूर चौराहे से झांकियों के निकलते ही बारिश शुरू हो गई। हल्की बारिश में भी लोग झांकियों का आनंद लेते रहे। ठंडे मौसम से कलाकारों, पहलवानों और अखाड़े के करतब दिखाने वालों का हौसला बढ़ाया। दिनभर की उमस से शाम को हुई इस हल्की रिमझिम ने राहत दी।
सबसे पहले निकली खजराना गणेश मंदिर की झांकी
कलेक्टर इलैया राजा टी के पूजन अर्चन के बाद सबसे पहले खजराना गणेश मंदिर की झांकी निकली। इस दौरान मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित अशोक भट्ट भी मौजूद थे। कलेक्टर इलैया राजा टी के साथ पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर और नगर निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह ने भी भगवान गणेश की पूजा की। शाम 7.00 बजे झांकियां जेल रोड पहुंची। शाम 7.15 बजे चिकमंगलूर चौराहे पर झांकियों के साथ प्रदर्शन कर रहे कलाकारों को सम्मानित किया गया।
इन जगहों से निकलेगी झांकियां
भंडारी ब्रिज चौराहे से श्रम शिविर, चिकमंगलूर चौराहा, जेलरोड, नावेल्टी मार्केट, जेलरोड चौराहा, एमजी रोड अग्रवाल स्टोर्स, मृगनयनी चौराहा, कृष्णपुरा छत्री, नंदलाल पुरा रोड, फ्रूट मार्केट, जवाहर मार्ग, गुरुद्वारा चौराहा, बम्बई बाजार, नृरसिंह बाजार चौराहा, कपड़ा मार्केट, सीतलामाता बाजार, एमजी रोड, खजूरी बाजार रोड, राजबाड़ा होते हुए, नगर निगम तक रहेगा झांकी मार्ग।
सुरक्षा का पूरा ध्यान
झांकियों में सुरक्षा के लिए पूरी पुख्ता व्यवस्था की गई है। सभी जगह पर एंबुलेंस, पुलिस की गाड़ियां, फायर बिग्रेड मौजूद हैं। झांकियों के रास्ते में हर जगह पुलिसकर्मी मौजूद हैं। किसी भी तरह से परेशानी करने वाले लोगों को तुरंत ट्रेस किया जा रहा है।
हर उम्र के लोग
झांकियां देखने के लिए हर उम्र के लोग पहुंचे हैं। बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं। इंदौर के बाहर के शहरों के लोग भी यहां पर झांकियां देखने के लिए आए हैं।
हर जगह मनोरंजन
हर जगह मनोरंजन के भरपूर साधन हैं। बच्चों के लिए खिलौनों की दुकानें, खानपान की दुकानें, महिलाओं के लिए खरीदारी की दुकानें लगी हुई हैं। दूर दूर के गांवों से सैकड़ों लोग हाथों से बनी चीजें बेचने के लिए यहां पर आए हुए हैं।
प्रथम झांकी
सबसे पहले खजराना गणेश मंदिर की झांकी निकली। इसमें भगवान राम की सेना और खजराना गणेश दिखाए गए। आगे हनुमानजी भी बैठे हैं जो यात्रा का मार्गदर्शन कर रहे हैं।