मध्य प्रदेश के नीमच जिले में मंगलवार को बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है. सियासी बवाल के बाद बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी ने जहां इस घटना के लिए कांग्रेस को दोषी करार दिया है तो वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि जनता के विरोध को देखते हुए बीजेपी तुरंत अपनी इस यात्रा को रोके.
दरअसल, मध्य प्रदेश के नीमच जिले के मनसा तहसील के रावली कुंडी में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर बुधवार को पथराव किया गया. पथराव में कुछ गाड़ियों को नुकसान पहुंचा. पथराव के दौरान रथ में बीजेपी नेता मौजूद थे. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री मोहन यादव भी यात्रा में शामिल थे. इस मामले में नीमच पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
‘यात्रा को मिल रहे समर्थन से घबराई कांग्रेस’
मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि हमारी गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके पीछे ‘कांग्रेसी गुंडे’ हैं. शर्मा ने कहा कि ये आलोचना करने के लायक नहीं है बल्कि गंभीर अपराध किया गया है. कांग्रेस इस यात्रा को मिल रहे समर्थन को देखकर घबरा गई है.
‘कड़ी कानून कार्रवाई करेंगे’
बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा ने ट्वीट करते हुए आगे कहा,”बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा को मिल रहे अपार जन समर्थन से घबराए कांग्रेसियों ने नीमच में यात्रा पर हमला कर वाहनों में तोड़फोड़ की है. मैं कांग्रेस की इस हरकत की कड़ी आलोचना करता हूं, इन गुंडों को हम बिल्कुल भी नहीं छोड़ेंगे. इनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.”
‘बच्चों, महिलाओं को डंडों से पीटना गलत’
वहीं, नीमच में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव को कमलनाथ ने तकलीफ दे तो बताया लेकिन साथ ही तंज भी किया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा,”नीमच, मध्यप्रदेश का ये वीडियो तकलीफदेह है, लेकिन धरातल की असलियत भी दर्शाता है. शिवराज की ‘अवसरवाद यात्रा’ के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है. पाप का घड़ा भर गया है. हम हिंसा के कदापि पक्षधर नहीं, पर आक्रोशित युवाओं और महिलाओं को पुलिसीया डंडों से पीटना, दबाना भी उचित नहीं.”
‘फौरन बंद करें यात्रा’
कमलनाथ ने आगे लिखा,”मेरा मध्य प्रदेश के 8.5 करोड़ साथियों से विनम्र अनुरोध है कि केवल वोट की चोट से बीजेपी को सबक सिखाएं.
मेरा सीएम शिवराज से भी अनुरोध है कि आए दिन जनता के विरोध को देखते हुए कुछ सीख लें और ‘अवसरवाद यात्रा’ को फौरन समाप्त कर दें ताकि प्रदेश की शांति भंग न हो.”