राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी20 के मद्देनजर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. गुरुवार (7 सितंबर 2023) से देश में तीन दिवसीय समिट के लिए विदेशी मेहमान आने शुरू हो जाएंगे. इसी बीच देश के उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर के 5 संवेदनशील जिलों में कर्फ्यू लगाए जाने की घटना का कांग्रेस ने विरोध किया. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘ मणिपुर में मोदी सरकार की डबल इंजन सरकार फेल हो चुकी है.’
जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, G20 नई दिल्ली में हो रहा है जबकि इंफाल घाटी के सभी 5 जिलों में अगले 5 दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. 4 महीने बाद भी हिंसा का दौर जारी है लेकिन मोदी सरकार की डबल इंजन सरकार के लिए मणिपुर में हालात ‘सामान्य’ हैं.’
मणिपुर में क्यों लगाया गया कर्फ्यू?
प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो मणिपुर के पांचों घाटी जिले में एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया गया है. उन्होंने बताया कि चूराचांदपुर से कुछ किलोमीटर दूर बिष्णुपुर जिले के फौगाकचाओ इखाई में ‘कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटिग्रिटी’ (सीओसीओएमआई) और उसकी महिला इकाई ने बुधवार (6 सितंबर 2023) को सभी घाटी जिलों के लोगों से सेना के एक बैरिकेड को हटाने के आह्वाके न मद्देनजर बिष्णुपुर, काकचिंग, थौबल, इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट में कर्फ्यू के घंटों में दी गई ढील समाप्त कर दी गई है.
क्या बोले मणिपुर के सूचना और प्रसारण मंत्री?
मणिपुर के सूचना और जन संचार मंत्री सपम रंजन ने कहा, ‘सरकार ने सीओसीओएमआई से छह सितंबर को तोरबुंग के पास फौगाकचाओ इखाई में सेना के बैरिकेड पर धावा बोलने की प्रस्तावित योजना को वापस लेने की अपील की है.’
सपम ने सभी से ‘सरकार के उठाए गए सुरक्षा कदमों का समर्थन करने का भी अनुरोध किया. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य, बिजली, पीएचईडी, पेट्रोल पंप, स्कूल/कॉलेज, नगर पालिका, मीडिया और अदालत जैसी आवश्यक सेवाओं से संबंधित व्यक्तियों और हवाई यात्रियों को कर्फ्यू के दौरान आवाजाही की छूट दी जाएगी.