चुनावी धांधली मामले में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने जॉर्जिया में किया सरेंडर, दो लाख डॉलर के मुचलके पर रिहा

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 अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड जॉन ट्रंप को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी गिरफ्तारी 2020 में राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने की कोशिश में गुरुवार (24 अगस्त 2023) को गिरफ्तार कर लिया गया.

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 में जॉर्जिया के चुनाव परिणाम को पलटने की कोशिश करने से जुड़े मामले में गुरुवार को अटलांटा की फुल्टन काउंटी जेल में सरेंडर किया। इसके बाद जेल अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और फुल्टन काउंटी जेल में उन्हें नजरबंद कर दिया। हालांकि, बाद में ट्रंप को दो लाख डॉलर के मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद वह न्यू जर्सी के लिए रवाना हो गए।

इस साल यह चौथी बार है, जब पूर्व राष्ट्रपति ने अपने खिलाफ आपराधिक आरोप के मामले में स्थानीय या संघीय अधिकारियों के सामने सरेंडर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के सरेंडर करने से पहले जेल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जमा हो गए थे और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पूर्व राष्ट्रपति के समर्थकों ने जिला अटॉर्नी फानी विलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि वह 2020 में चुनाव को पलटने की योजना बनाने के आरोप में जॉर्जिया प्रांत के जेल अधिकारियों के सामने सरेंडर के लिए तैयार हैं। साल 2020 में जॉर्जिया के चुनाव परिणाम को पलटने की साजिश रचने समित ट्रंप पर एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इस मामले में ट्रंप और 18 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।

बता दें कि वह 2024 में राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए रिपब्लिकन पार्टी के अग्रणी उम्मीदवार बने हुए हैं। हालांकि कोर्ट में उनकी मौजूदगी बेहद संक्षिप्त रहने की संभावना है। फुल्टन काउंटी अभियोजन मार्च के बाद से ट्रंप के खिलाफ चौथा आपराधिक मामला है, जब वह अमेरिकी इतिहास में दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बने थे।

ट्रंप के पूर्व सहयोगी ने भी किया सरेंडर
स्थानीय समयानुसार गुरुवार को ही ट्रंप के शासनकाल में व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रहे मार्क मीडोज ने चुनावी धांधली मामले में जॉर्जिया में जेल अधिकारियों के सामने सरेंडर किया। डोज पर जॉर्जिया में चुनाव परिणाम पलटने की साजिश रचने का आरोप है।

यह है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फुल्टन काउंटी जिले के अटॉर्नी फानी विलिस ने हाल ही में ट्रंप और उनके 18 सहयोगियों पर आरोप लगाए कि उन्होंने राष्ट्रपति बाइडन से अपनी हार को उलटने की साजिश रची थी। पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ विलिस ने जॉर्जिया के रैकेटियरिंग विरोधी कानून का उल्लंघन के साथ-साथ साजिश रचने, झूठे बयान और एक सार्वजनिक अधिकारी को उनके पद की शपथ का उल्लंघन का आरोप लगाया था। विलिस ने सभी 19 आरोपियों के खिलाफ रीको कानून के तहत आरोप लगाया है। इसका उपयोग किसी मकसद को पाने के लिए आपराधिक साधनों का इस्तेमाल करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ किया जा सकता है। रीको रैकेटियर प्रभावित और भ्रष्ट संगठन अधिनियम को दर्शाता है।

चुनाव परिणाम पलटने के दूसरे मामले में भी आरोपी
वहीं, इससे पहले वाशिंगटन डीसी की एक संघीय ग्रैंड जूरी ने ट्रंप के खिलाफ सुनावई की। विशेष अधिवक्ता जैक स्मिथ की दलीलों और सबूतों को परखने के बाद अदालत ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने के प्रयासों के दूसरे मामले में आरोपी माना था। इस मामले में उन्हें अदालत में भी पेश होना पड़ा था।

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