इंदौर: युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृति और लड़कियों के कपड़ों पर इंदौर में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की टिप्पणी चर्चा में है। उन्होंने एरोड्रम क्षेत्र में एक आयोजन में शामिल होने के दौरान बच्चों में संस्कार की कमी पर चिंता जाहिर करते हुए मंच से कुछ बातें कही थीं।
विजयवर्गीय ने कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार डालने में माता-पिता की भूमिका महत्वपूर्ण होती थी। हम छोटे थे तो हमें याद है कि रामचरित मानस की पांच चौपाई सुनाने पर नाश्ता, भोजन मिलता था। इसलिए हमें अच्छे संस्कार मिले, नहीं तो हम भी इधर-उधर भटक रहे होते। विजयवर्गीय ने कहा कि शिक्षा जरूरी नहीं संस्कार जरूरी है। मैं जब रात को निकलता हूं और सड़कों पर बच्चों को झूमते हुए देखता हूं तो इच्छा होती है कि उनका नशा उतार दूं।
महिलाओं को हम देवी मानते हैं, लेकिन लड़कियां इतने गंदे कपड़े पहनती हैं कि देवी का स्वरूप नहीं लगतीं। उन कपड़ों में बिल्कुल शूर्पणखा लगती हैं। भगवान ने सुंदर शरीर दिया है, तो अच्छे कपड़े पहनना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को लेकर वे चिंतित रहते हैं, बच्चों को संस्कार डालना जरूरी है। इंदौर हर बात में नंबर वन है। नशे ने युवा पीढ़ी को जकड़ा है। यह चिंता का विषय है।