महू:हरी-भरी वादिया, कलकल बहती नदी और हेरिटेज रेलवे ट्रक पर झुक झुक करती ट्रेन में कालाकुंड तक का सफर और यादगार बनने वाला है। पर्यटन विभाग यहां दस करोड़ रुपये के विकास कार्य कराएगा। इसके लिए केंद्र सरकार को योजना बनाकर भेजी गई है।
महू बलवाड़ा की छोटी लाइन पर ओंकारेश्वर तक का सफर तो हमेशा के लिए बंद हो चुका है, लेकिन महू से कालाकुंड तक हेरिटेज ट्रेन इस १०० साल पुराने रेलवे ट्रेक पर दौड़ेगी। इसके लिए नए कोच भी आ चुके है। पर्यटक कालाकुंड तो आते है, लेकिन यहां अभी ज्यादा सुविधाएं उन्हें नहीं मिलती। पर्यटन विभाग यहां आठ गजिबो,पानी से बचने के लिए आकर्षक शेड, फूड स्टॉल और ओपन थिएटर बनाएगा। इसके अलावा रेल विभाग की मदद से यहां हेरिटेज बोगी भी रखी जाएगी। फिलहाल एक फरवरी से इस ट्रेक पर ट्रेन का संचालन बंद है, लेकिन जून में फिर ट्रेन पर्यटकों को ले जाने के लिए तैयार होगी।
कालाकुंड में होम स्टे संचालित करने के लिए ग्रामीणों को भी ट्रेनिंग देेने की योजना पर्यटन विभाग बना रहा है, हालांकि जंगली जानवरों के आने का खतरा भी यहां बना रहता है, इसलिए अभी यहां पर्यटकों को रुकवाने का जोखिम अफसर लेना नहीं चाहते है।
छह माह रहती है पर्यटकों भी ज्यादा भीड़
बारिश और ठंड के मौसम में कालाकुंड हिलस्टेशन जैसा लगता है। यहां चलने वाली हेरिटेज ट्रेन में हजारों यात्री सफर करते है। पर्यटन विभाग के अरिक्ति प्रबंध संचालक विवेक श्रौत्रिय ने बताया कि कालाकुंड के आसपास पर्यटन सुविधाएं जुटाई जा रही है। इसके अलावा अन्य तीन स्थानों पर भी पर्यटन विभाग काम करेगा। इनके लिए दस करो़ड़ रुपये का प्रोजेक्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया है।