उज्जैन: महाकाल लोक बनने के बाद वैसे ही महाकाल मंदिर में दर्शकों की संख्या बढ गई है। इस बार महाशिवरात्रि पर भी चार लाख से ज्यादा भक्तों के आने की उम्मीद मंदिर प्रशासन जता रहा है। भक्तों को ज्यादा परेशानी न हो, इसके लिए अलग से प्रबंध किए है।
महाशिवरात्रि के एक दिन पहले ही रात को भक्तों की भीड़ लग जाती है। मंदिर प्रशासन महाशिवरात्रि पर होने वाली सुबह की भस्मा आरती में भक्तों को कार्तिकेय मंडप से प्रवेश देगा। भक्त आरती के दौरान यहां चलित दर्शन कर सकेंगे।
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि दर्शन के दौरान ज्यादा समय न लगे, इसलिए तीन गेट से निर्गम की व्यवस्था की गई है वहीं दर्शन के लिए भी कतार ज्यादा लंबी रहेगी, इसलिए आधा किलोमीटर के हिस्से में बेरिकेटिंग की गई है। दर्शन के लिए जहां लाइन लगेगी। उसके पास ही पेयजल और जूता स्टैंड की व्यवस्था रहेगी। भजन मंडलियां भी परिसर में भजन करेगी, ताकि कतार में लगे लोगों को बोरियत न हो।
दिन में होगी विशेष आरती
महाशिवरात्रि पर दिन में विशेष आरती रहेगी। महाशिवरात्रि पर महाकाल का भी विशेष श्रृंगार किया जाएगा। गृभगृह को भी फूलों से सजाया जाएगा।
पार्किंग मंदिर परिसर से दूर
महाशिवरात्रि पर शहर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाहनों की पार्किंग भी मंदिर परिसर से दूर रखी गई है। नानाखेडा बस स्टैंड के अलावा अन्य क्षेत्रों में पार्किंग की व्यवस्था रखी गई है। वहां से विशेष बसें मंदिर तक चलाई जाएगी। भक्त उसमें बैठकर मंदिर परिसर तक आ सकेंगे।
दो हजार पुलिस जवान रहेंगे तैनात
महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद रहेगी। दो हजार पुलिस जवान परिसर में तैनात रहेंगे। इसके अलावा अन्य युवकों को भी भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जाएगी। ड्रोन के माध्यम से भी भीड़ पर नजर रखी जाएगी। मंदिर में मोबाइल, पर्स भक्त नहीं ले जा सकेंगे,क्योकि मंदिर में फोटोग्राफी प्रतिबंधित की गई है। महाकाल लोक बनने के बाद यह पहला मौका होगा, जब महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की भीड़ के रिकार्ड टूट सकते है। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के कारण उज्जैन होटलों की बुकिंग लोगों के काफी पहले से करा रखी है। महाकाल मंदिर के अलावा उज्जैन के अन्य मंदिरों में भी भीड़रहेगी। वहां भी प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की है।