इंदौर में पहली कृषि प्रतिनिधि बैठक के दूसरे दिन विभिन्न आयोजनों में शामिल हुए विदेशी इंदौर में चल रहे जी-20 सम्मेलन के दूसरे दिन विदेशों से आए डेलिगेट्स ने कृषि पर विचार विमर्श के साथ मांडू में भारतीय संस्कृति, विरासत की जानकारियों के बीच प्रकृति के अनुपम दृश्यों को निहारा।
मंगलवार को भारत की अध्यक्षता में कृषि कार्य समूह की पहली कृषि प्रतिनिधि बैठक का दूसरा दिन नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सत्र के साथ शुरू हुआ। इश्यू नोट प्रस्तुति के दौरान केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव ने मुख्य भाषण दिया। खाद्य सुरक्षा और पोषण, जलवायु स्मार्ट दृष्टिकोण के साथ टिकाऊ कृषि, समावेशी कृषि मूल्य श्रृंखला और खाद्य प्रणाली और कृषि परिवर्तन के लिए डिजिटलीकरण के चार प्रमुख विषयों को शामिल करते हुए एडब्ल्यूजी के लिए इश्यू नोट पर प्रस्तुतियां दी गईं।
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इसके बाद सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इश्यू नोट पर अपना हस्तक्षेप किया। अगले सत्र में सदस्य देशों और अतिथि देशों ने भी G20 कृषि एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय बैठकें की। इन सभी तकनीकी सत्रों के बाद प्रतिनिधियों को ऐतिहासिक मांडू किले के भ्रमण के लिए ले जाया गया।
जानी विरासतें, समझा परंपराओं का महत्व
मांडू में सभी का स्वागत गुलाब के फूल और पारंपरिक पगड़ी के साथ तिलक लगाकर किया गया। इसके बाद सभी को मांडू में मौजूद पुरातन महल और विरासतों की ऐतिहासिक जानकारियां दी गई। सभी विदेशियों ने हर जगह सेल्फी ली और स्थानीय लोगों के साथ में भी तस्वीरें खिंचवाई।
प्रतिनिधिमंडल के लिए मांडू का लोकप्रिय लाइट एंड साउंड शो आयोजित किया गया। इसके बाद कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए जिनमें डेलिगेट्स ने भी भाग लिया। इन सभी कार्यक्रमों को स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया।