इंदौर : कला और संस्कृति से जुड़ी प्रदर्शनी तो इंदौर मेें अक्सर लगती है, लेकिन साल में एक प्रदर्शनी इंदौर में फूलों के राजा गुलाब की भी लगती है। इस बार भी दो दिन के लिए प्रदर्शनी गांधी हाॅॅल में आयोजित की गई। हाॅल गुलाब की खुशबू से महका हुआ था और हर रंग के गुलाब आंखों को सुकून दे रहे थे। कांटों के बीच खिले ताजा गुलाबों को जी भर कर देखने वाले छुनेे से खुद को रोक नहीं पा रहे थे। प्रकृति ने इन गुलाबों को इस रंग से सजाया कि उनमें से कुछ खिताब पा गए।
मालवा रोज सोसाायटी द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का रविवार को अंतिम दिन था। 300 तरह के फूलों में कुछ गुलाब पुरस्कार से भी नवाजे गए। पीथमपुर में एलएनटी कंपनी के कैपस के हलके गुलाबी गुलाब ने बाजी मारी । इस गुलाब को शो आफ द किंग का खिताब मिला, जबकि शो आफ द क्वीन कर्मचारी राज्य बीमा निगम के गुलाब को मिला। बीमा निगम के बगीचे मेें खिलने वाले 90 गुलाब यहां नुमाईश के लिए रखे गए थे।
गुलाब संग ली सेल्फी
हाॅल मेें रंगों से भरे अलग-अलग प्रजाति के गुलाब रखे थे। जो लोग प्रदर्शनी देखने आ रहे थे, वेे गुलाब को कैमरे में कैद करना नहीं भूल रहे थे, कोई गुलाब के साथ सेल्फी ले रहा था तो कोई रील बना रहा था। सोसायटी ने फूलों की सजावट की स्पर्धा भी रखी थी। बेकार की वस्तुअेां के साथ गुलाब को खुबसूरत अंदाज में सजाया गया था। शो में 90 तरह के गुलाब लाने वाले ईएसअाई उद्यान के केयरटेकर दिलीप दीखित ने बताया कि गुलाब का काफी रखरखाव किया जाता है। अक्टूबर में कटिंग के बाद चूना व नीला थोथा कलम पर लगाया जाता है। मिट्टी का उपर नीचे करने के बाद खाद अौर तय मात्रा में पानी दिया जाता है। इसके बाद अच्छी किस्म के गुलाब मिलते है।