भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य के कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में जल्द ही और चीते लाए जाएंगे. देश में विलुप्त हो चुके चीतों को फिर से बसाने की एक महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत पिछले साल सितंबर में नामीबिया से लाए गए आठ चीते पार्क में छोड़े गए थे. चौहान ने यहां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन समारोह में कहा कि कार्यक्रम में शामिल होने वाले अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को टाइगर रिजर्व सहित मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों का दौरा करना चाहिए.
उन्होंने कहा, आप फरवरी से चीतों को देखने के लिए आएं. हम फरवरी से पर्यटकों की यात्रा की अनुमति देंगे. चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया से चीतों को लाने का मार्ग प्रशस्त किया. साथ ही उन्होंने कहा, दक्षिण अफ्रीका से और चीते लाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों को विदेश में पढ़ने वाले मध्य प्रदेश और भारत के अन्य हिस्सों के छात्रों के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित करनी चाहिए.
‘बेटी की विदाई दिल को पीड़ा देती है’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन पर भावुक हो गए थे. कार्यक्रम की तुलना एक बेटी की शादी से करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं भावनात्मक रूप से अभिभूत हूं. मेरे दिल में बहुत खुशी है, लेकिन किसी कोने में दुख भी है.’ शिवराज सिंह ने कहा, ‘तीन दिनों तक आपका साथ हमारा था. इंदौर आपके साथ एक हो गया. सच में, इंदौर एक बेटी की शादी की तैयारी के रूप में सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था, लेकिन बेटी की विदाई दिल को भी पीड़ा देती है. तीन दिन का उत्सव इतनी जल्दी बीत गया. अब यह सोचकर दिल भारी हो रहा है कि आप सब चले जाओगे…अरे यहां रह जाओ ना.’
हर साल 9 जनवरी को होता है प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था. लगभग 70 विभिन्न देशों के 3500 से अधिक सदस्यों ने सम्मेलन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. बता दें कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2003 में प्रवासी भारतीयों, सरकार और भारत के लोगों के लिए जुड़ाव और नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म के रूप में शुरू हुआ था. तब से ये हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है.