मोदी ने कहा- प्रवासियों का देश के 130 करोड़ लोगों की ओर से स्वागत

Uncategorized देश

 

इंदौर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- चार वर्षों के बाद मूल स्वरूप में, पूरी भव्यता के साथ लौट रहा है। अपनों के आमने-सामने की मुलाकात का, आमने-सामने की बात का अलग ही आनंद होता है। अलग ही महत्व होता है। यहां काफी कुछ है, जो इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा। पास ही में महाकाल के महालोक का दिव्य और भव्य विस्तार हुआ है। आशा करता हूं कि आप सब वहां जाकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद भी लेंगे। अद्भुत अनुभव का हिस्सा भी बनेंगे। वैसे हम सभी जिस शहर में है, वह भी अपने आपमें अद्भुत है। लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है। मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है। यह वह दौर है जो समय से आगे चलता है। फिर भी विरासत को समेटे रहता है।

उन्होंने कहा इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में अलग पहचान साबित की है। खाने-पीने के लिए अपन का इंदौर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लाजवाब है। यहां पोहे का पैशन, कचोरी, समोसे, शिकंजी… जिसने भी इसे देखा, उसके मुंह का पानी नहीं रुका। जिसने इसे चखा, उसने कहीं मुडकर नहीं देखा। 56 दुकान, सराफा प्रसिद्ध है ही। कुछ लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ-साथ स्वाद की राजधानी भी कहते हैं। मुझे यकीन है कि आप यहां के अनुभव नहीं भूलेंगे। औरों को भी यहां आने को भेजेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया की व्यवस्था में भारत का महत्व आपकी वजह से बढ़ा है। साथियों, हमारे यहां कहा जाता है कि स्वदेशों भुवनत्रयम। हमारे लिए पूरा संसार ही स्वदेश है। मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। हम दुनिया के अलग-अलग कोनों में गए। हमने सभ्यता के समागम के महत्व को समझा। हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदर के पार गए। व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकते हैं, यह भारत ने और भारतीयों ने करके दिखाया। आज अपने करोड़ों प्रवासी भारतीयों को ग्लोबल मैप पर देखते हैं तो कई तस्वीरें एक साथ उभरती है। उसमें वसुधैव कुटुंबकम के साक्षात दर्शन होते हैं। भारत के अलग-अलग प्रांतों, क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो एक भारत, श्रेष्ठ भारत का अनुभव होता है। अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी होने का भारतीय गौरव अनेक गुना बढ़ जाता है। जब हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है तो उसे सशक्त और समर्थ भारत इसकी आवाज सुनाई देती है। इसलिए ही तो मैं आप सभी को सभी प्रवासी भारतीयों को विदेशी धरती पर भारत का राष्ट्रदूत कहता हूं। सरकारी व्यवस्था में राजदूत होते हैं, लेकिन आप राष्ट्रदूत हैं। आप ब्रांड एम्बेसेडर है। यह भूमिका विविधतापूर्ण है। आप मेक इन इंडिया, योग और आयुर्वेद, कॉटेज इंडस्ट्री और हैंडीक्राफ्ट के ब्रांड एम्बेसडर हैं। आप भारत के मिलेट्स के ब्रांड एम्बेसेडर है। यूनाइटेड नेशंस ने इस साल को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया है। आप यहां से मिलेट्स लेकर जाइए।

बदलती दुनिया में आपकी भूमिका अहम है। आपको भारत के बारे में और जानना होगा। पूरा विश्व इंतजार कर रहा है और देख रह है। वह भी पूरी रुचि और जिज्ञासा के साथ । मैं यह क्यों कह रहा हूं, पिछले कुछ वर्षों में भारत ने विकास में जो गति प्राप्त की है, जो उपलब्धियां प्राप्त की है, वह असाधारण, अभूतपूर्व है। जब भारत कोविड महामारी के बीच कुछ महीनों में स्वदेशी वैक्सीन बना लेता है, जब 220 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त लगाने का रिकॉर्ड बनाता है, जब वैश्विक अस्थिरता के बीच भारत दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था बनता है, जब भारत विश्व की सबसे बड़ी पांच अर्थव्यवस्था में शामिल होता है, जब भारत तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनता है, मेक इन इंडिया का डंका बजता है, जब तेजस फाइटर प्लेन, एयरक्राफ्ट कैरियर और अरिहंत जैसी न्यूक्लियर सबमरीन बनाता है तो स्वाभाविक है कि लोगों में रुचि होगी। लोग जानना चाहते हैं कि भारत की स्पीड, स्केल क्या है। भारत का फ्यूचर क्या है? इसी तरह कैशलेस इकोनॉमी की बात होती है, तो दुनिया यह देखकर हैरान है कि रियलटाइम 40% ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं। स्पेस के फ्यूचर की बात होती है, तो भारत की चर्चा स्पेस टेक्नोलॉजी के मोस्ट एडवांस देशों में होती है। भारत 100-100 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च कर रहा है। सॉफ्टवेयर और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारी ताकत दुनिया देख रही है। आप इसका बहुत बड़ा जरिया है

मध्य प्रदेश के इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन चल रहा है। सोमवार को इस सम्मेलन में भाग लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर पहुंचे। तीन दिवसीय सम्मेलन में 70 देशों से 3500 से अधिक प्रवासी भारतीय हिस्सा ले रहे हैं।

                                   गयाना के राष्ट्रपति सम्मेलन को संबोधित करते हुए

गुयाना के राष्ट्रपति ने मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास को सराहा 
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने मध्यप्रदेश और इंदौर का आभार जताया। प्रधानमंत्री मोदी का आभार, जो मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। आज का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक दिन है। मोहनदास करमचंद गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। 107 साल पहले शारीरिक रूप से कमजोर दिखने वाले  लेकिन मानसिक रूप से दृढ़ गांधी घर लौटे थे। उन्होंने देश को आजाद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को भी सराहा। उन्होंने कहा कि इसके बिना कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता। भारत प्रतिभाओं को निखारने में दुनिया में नंबर एक है। हम प्रवासियों के लिए भारत के चलाए जा रहे कार्यक्रमों से काफी कुछ सीख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपनी मां को खोया है। हम उनके दुख में उनके साथ हैं। हम उनका आदर करते हैं कि उन्होंने जिस तरह अपनी जिम्मेदारी संभाली, वह तारीफ के काबिल है। वह एक सच्चे सपूत हैं।

                                          सूरीनाम के राष्ट्रपति ने भी प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया

सूरीनाम के राष्ट्रपति बोले- जननी और मातृभूमि स्वर्ग से बढ़कर
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने कहा- जननी और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। सूरीनाम की जनता की ओर से मैं मध्यप्रदेश और भारत सरकार का आभार प्रकट करता हूं, जो आदर-सत्कार मुझे और मेरे प्रतिनिधिमंडल को मिला है। यह सम्मेलन हम दोनों देशों के आपसी सहयोग को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। भारत ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर अपना प्रभुत्व बढ़ाया है। मैं इसकी सराहना करता हूं। अमृत काल में इस आयोजन की थीम सामयिक है। अमृत काल नए युग की शुरुआत है। अमृत हमारे पूर्वजों की सदियों की मेहनत का नतीजा है। प्रधानमंत्री मोदी, आपके नेतृत्व में जी20 निश्चित तौर पर वन प्लानेट, वन फैमिली, वन फ्यूचर की दिशा में काम करेगा। वसुधैव कुटुंबकम के लिए काम करेगा। दुनिया एक परिवार है। मानव जीवन बहुमूल्य है।

                         प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान

शिवराज ने कहा- इंदौर ने दिल ही नहीं घरों के दरवाजे खोले हैं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही है। मध्यप्रदेश और इंदौर में इस बात की होड़ लगी है कि प्रवासी भारतीय मेहमान होटल में नहीं हमारे घरों में ठहरेंगे। इंदौर में एक अद्भुत उत्साह और उमंग का वातावरण है। इंदौर में झगड़ा इस बात का था कि होटल में क्यों ठहरा रहे हो? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि युद्ध नहीं शांति चाहिए। यूक्रेन और रूस का युद्ध हुआ तो हमारे मंत्री कैसे निकले। छात्रों और विद्यार्थी बेटों ने तिरंगा लेकर निकल गए। रूस की फौजें भी रूक गई।  यूक्रेन भी ठिठक गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में  भारत दुनिया का नेतृत्व करें। शिवराज ने यह भी कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पधारे सभी प्रवासी भाई-बहनों का स्वागत और अभिनंदन करता हूं। हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल में आपके लिए प्रेम और स्नेह की कोई कमी नहीं है। इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्वागत भाषण में कहा कि भारत दुनियाभर में अपना वर्चस्व स्थापित करने का लक्ष्य है।

ब्रिलियंट कन्वेंशन हॉल पहुंचे पीएम मोदी, लगे मोदी-मोदी के नारे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर पहुंच गए हैं। राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य गणमान्य लोगों ने उनका एयरपोर्ट पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। मोदी के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंचते ही प्रवासी भारतीयों ने मोदी-मोदी के नारे लगाकर उनका स्वागत किया। उनका दस बजे का कार्यक्रम था। ठंड और कोहरे की वजह से डेढ़ घंटे देरी से इंदौर पहुंचे। साढ़े ग्यारह बजे वे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंच गए।

पीएम मोदी यहां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के कार्यक्रम में भाग लेंगे। उनके स्वागत में मराठी स्टाइल में ढोल-नगाड़े बजे। इस दौरान ढोल बजाती एक बच्ची आकर्षण का केंद्र बनी। इससे पहले सुरक्षा इंतजाम पुख्ता कर दिए गए हैं। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस सम्मेलन में तीन हजार से अधिक प्रवासी भारतीयों के शामिल हो रहे हैं। इसे देखते हुए बापट चौराहे से ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर तक की सड़क को सील कर दिया गया है। सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली बतौर अतिथि मौजूद रहेंगे। मोदी स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी भारतीयों के योगदान पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही ‘सुरक्षित जाएं प्रशिक्षित जाएं’ विषय पर डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार घंटे शहर में रहेंगे। प्रवासी भारतीयों के साथ भोजन भी करेंगे। इसमें करीब 102 मेहमानों के शामिल होंगे।

                                  एनआरआई की एंट्री रोक दी गई है, जिससे वे भड़क गए
एनआरआई की भीड़ देखकर प्रवेश रोका

सम्मेलन स्थल पर एनआरआई की भीड़ को देखते हुए प्रवेश रोक दिया गया है। इससे कई एनआरआई भड़क गए। उन्होंने काफी दिन पहले रजिस्ट्रेशन करा रखा था। उन्हें कहा जा रहा है कि वे सम्मेलन हॉल के बाहर बड़ी स्क्रीन पर ही कार्यक्रम को देखें। इस वजह से कई एनआरआई को गुस्सा आया और वे मीडिया के सामने अपना गुस्सा उतारते दिखे। एक एनआरआई ने कहा कि हम लाखों रुपये खर्च कर यहां पहुंचे हैं और यहां कहा जा रहा है कि बड़ी स्क्रीन पर देखिये। यह शर्मनाक है। यह तो हम घर पर टीवी पर ही देख लेते। इतने लाखों रुपये खर्च करने का क्या फायदा? एनआरआई के हंगामे के बाद मीडिया को भी कुछ देर के लिए बाहर निकाल दिया गया।

स्वामी अवधेशानंद ने दी शुभकामनाएं
स्वामी अवधेशानंद जी ने प्रवासी भारतीय दिवस पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा कि भारत से दूर रहकर भी भारतीय संस्कृति संस्कारों एवं जीवन मूल्यों को उज्जीवित रखने वाले अप्रवासी भारतीयों की अभियक्ति उपलब्धियाँ एवं कठिनाइयों को साझा करने के उद्देश्य से मनाए जाने वाले प्रवासी भारतीय दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका आभार प्रकट किया है।
                       बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री

बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, गर्भगृह में की पूजा-अर्चना  

महाकालेश्वर मंदिर में प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन के संदर्भ में अतिथिगण, राष्ट्राध्यक्ष के आगमन व भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के साथ ही महाकाल लोक के भ्रमण, शिव-महिमा, शिव-वृतान्त की साक्षात अनुभूति किए जाने का क्रम जारी है। सोमवार को महाकालेश्वर के दर्शन के लिए खेल, युवा और सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पहुँचे और भगवान का आशीर्वाद लिया। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर सड़क मार्ग से सीधे महाकाल मंदिर पहुंचे। यहाँ उन्होंने धोती सोला पहनकर मंदिर के गर्भगृह में भगवान महाकाल का पूजन अर्चन किया। करीब 10 मिनिट तक पूजन करने के पश्चात वे वापस इंदौर के लिए रवाना हो गए।

Pravasi Bharatiya Divas Live: मोदी ने कहा- प्रवासियों का देश के 130 करोड़ लोगों की ओर से स्वागत

प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का मध्य प्रदेश के इंदौर में रविवार को आगाज हुआ। सोमवार को इस सम्मेलन में पीएम मोदी भी शिरकत करेंगे। जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार यानी10 जनवरी को इसका समापन करेंगी। राष्ट्रपति समापन सत्र में प्रवासी भारतीयों को सम्मानित भी करेंगी।

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को सुबह 9.30 बजे इंदौर पहुंचेंगे। वे सुबह 10 बजे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। सुबह 10.30 बजे प्रवासी दिवस का मुख्य समारोह शुरू होगा।

बता दें कि प्रवासी भारतीय दिवस हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2002 में इसे मनाने की घोषणा की थी। यह दिन महात्मा गांधी की भारत वापसी का प्रतीक है। महात्मा गांधी वर्ष 1915 में दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे थे। 2015 के बाद से यह हर दूसरे साल मनाया जाता है।

सम्मेलन में शिरकत करने कई अतिथि पहुंचे 
सम्मेलन में शिरकत करने वाले अतिथि इंदौर पहुंच गए हैं। इनमें सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी भी शामिल हैं। सम्मलेन के लिए 10 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के तुरंत बाद 11 जनवरी से ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन होगा, दोनों आयोजन आठ से 12 जनवरी तक होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *