इंदौर: सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में जैन समाज आगे आ गया है। बताया जा रहा है कि 21 दिसंबर को इंदौर में अनाज मंडी के साथ जैन समाज के सभी प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रहेगी। इसका फैसला नई अनाज मंडी एसोसिएशन, जुनी अनाज मंडी एसोसिएशन, होलसेल किराना मर्चेंट एसोसिएशन, मसाला एसोसिएशन के साथ कई एसोसिएशन ने मिलकर किया है।
दरअसल, झारखंड सरकार ने तीर्थ राज सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित किया है। जिसके बाद समग्र जैन समाज देश भर में विरोध कर रहा है। वह शिखर जी को पवित्र तीर्थ घोषित करने की मांग भी जैन समाज द्वारा सरकार से की गई है। इसके लिए 26 सितंबर तक का वक्त दिया गया है।
इस मामले को लेकर दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के अध्यक्ष राजकुमार पाटोदी और प्रचार प्रमुख सतीश जैन द्वारा कहा गया है कि सम्मेद शिखर जी को बचाने के विरोध में देश भर के सभी दुकानें और प्रतिष्ठान सेन समाज बंद रखेगा। यह भी कहा गया है कि अगर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बना दिया गया तो वहां खुलेआम मांस मदिरा की दुकानें भी खुल जाएंगे। इस वजह से पवित्रता और सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, इसको बचाने के लिए पूरा जैन समाज मिलकर विरोध कर रहा है। 26 दिसंबर तक शिखरजी वापस तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग विश्व जैन संगठन के प्रमुख संजय जैन ने की है। इसी के चलते 21 दिसंबर के दिन जैन समाज हड़ताल पर एक दिन के लिए दुकान बंद रखेगा। साथ ही संयोगितागंज (छावनी) अनाज मंडी भी बंद रहेगी। इंदौर अनाज तिलहन व्यापारी संघ भी मंडी बंद रखेगा। अखिल भारतीय जैन समाज ने बुधवार के बंद का आव्हान किया था।