इंदौर: शहर में मेट्रो ट्रेन का काम तेजी से चल रहा है। अगले साल सितंबर में सुपर कारिडोर के जिस हिस्से में ट्रायल रन होना है, उसमें स्टेशन भी बनाया जाना है। इसका काम तेजी से करने में ट्रैफिक बाधा बन रहा है। इसलिए अब सुपर कारिडोर के इस हिस्से को तीन माह के लिए बंद किया जाएगा। यहां के ट्रैफिक को सर्विस रोड पर डायवर्ट किया जाएगा। यह शहर का एक मात्र ऐसा स्टेशन होगा, जिसमें तीन पटरियां होंगी। दो पटरियों पर ट्रेनें क्रास होंगी, जबकि तीसरी पटरी से ट्रेन गांधी नगर डिपो में जाएगी।
मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सुपर कारिडोर के जिस हिस्से में अगले साल ट्रायल रन होना है। उसे सुपर प्रायोरिटी ट्रैक नाम दिया गया है। यहां पर ट्रेन चलाने के लिए स्टेशन का काम पूरा करना पड़ेगा। इस स्टेशन का काम काफी तेजी से किया जाएगा। दूसरे स्टेशन की तुलना में यह बड़ा होगा, क्योंकि यहीं से रात में मेट्रो ट्रेन डिपो में जाएगी। जबकि सुबह निकल कर ट्रैक पर लौटेगी। इस काम में सुपर कारिडोर से निकलने वाले वाहन बाधा बन रहे हैं। इसी को देखते हुए अब मुख्य मार्ग को बंद करने का निर्णय लिया गया है। पिछले सप्ताह एमडी मनीष सिंह के दौरे के समय भी यह बात सामने आई थी। मार्ग कब से बंद किया जाएगा इस संबंध में जल्द ही निर्णय होगा।
सेगमेंट जुड़ें तो पटरी का काम हो शुरू
पांच किलोमीटर के जिस हिस्से में ट्रायल रन होना है। वहां पिलर पर सेगमेंट जोड़ने का काम हो रहा है। यह काम पूरा होते ही पटरी बिछाने का काम होगा। इसके लिए कोलकाता की कंपनी को ठेका दिया जा चुका है। अधिकारियों का कहना है कि पटरी बिछने के बाद बिजली का काम होगा और फिर ट्रेन आएगी। हमारी चरणबद्ध तरीके से पूरी तैयारी है।
सुपर कारिडोर है महत्वपूर्ण
शहर के एक हिस्से को जोड़ने के लिए सुपर कारिडोर काफी महत्वपूर्ण है। एयरपोर्ट जाने वाले हजारों यात्री शहर के मध्य के व्यस्त ट्रैफिक को छोड़ कर सुपर कारिडोर का उपयोग करते हैं। इसके अलावा बेटमा और आगे के शहरों की यात्रा करने वाले भी सुपर कारिडोर का उपयोग करते हैं। यहां काम करने के लिए रेलवे की मंजूरी भी मेट्रो कंपनी को मिल चुकी है।