मथुरा में प्रगट भए नंदलाल:ढोल-नगाड़े और शहनाई से गूंजी जन्मभूमि, 100 गायों के दूध से किया भगवान का अभिषेक

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मथुरा:भगवान श्री कृष्ण का जन्म हो गया। जन्म के साथ ही मथुरा के मंदिरों में घंटे-घड़ियाल बज उठे। पूरा शहर नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…से गूंज उठा। 20 लाख से ज्यादा भक्त मथुरा में जनमाष्टमी मनाने पहुंचे। श्री कृष्ण जन्मभूमि में वैदिक मंत्रों के बीच 1008 कमल पुष्प अर्पित किए गए। भगवान को गर्भगृह से बाहर लाकर 100 गायों के 1100 लीटर दूध से अभिषेक किया गया।

जन्मभूमि मंदिर के आसपास करीब 5 किलोमीटर इलाके में पैर रखने की जगह नहीं है। बांके बिहारी मंदिर में रात 1 बजे मंगला आरती के साथ कपाट खोल दिए जाएंगे। बांके बिहारी में साल में सिर्फ एक बार ही मंगला आरती होती है। द्वारकाधीश मंदिर में शहनाई की धुन पर भक्त नाचते हुए कान्हा के भजन गा रहे हैं। वहीं, विश्व के सबसे ऊंचे बनने वाले चंद्रोदय मंदिर में भगवान का अभिषेक हुआ।

  • बांके बिहारी मंदिर में रात 12 बजे भगवान का दूध, दही, बूरा, शहद और घी से अभिषेक हुआ। इसके बाद ठाकुर जी को विशेष शृंगार हुआ। यह अभिषेक एकांत में किया जाता है। बांकेबिहारी के कपाट नहीं खोले जाते हैं।
  • बांके बिहारी मंदिर को रात 1:45 बजे दर्शन के लिए दोबारा खोला जाएगा। 1:55 बजे मंगला आरती प्रारंभ होगी। कुछ समय के लिए पट बंद होंगे। इसके बाद फिर 2 बजे से सुबह 5:30 बजे तक ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन भक्तों को होंगे।
  • मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया,”ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में मंगला आरती की परंपरा नहीं है। यहां ठाकुर जी बाल स्वरूप में हैं और रात को निधिवन में रास रचाने जाते हैं। इसलिए सुबह उन्हें उठाया नहीं जाता। ठाकुरजी की मंगला आरती साल में सिर्फ एक बार जन्माष्टमी के दिन होती है। इस दिन कान्हा ठाकुर बनकर रात में भक्तों को दर्शन देते हैं।”
  • मथुरा के राजाधिराज श्री द्वारिकाधीश मंदिर में रात 11:45 पर भगवान का भव्य जन्मोत्सव हुआ। आरती के बाद छप्पन भोग लगाया गया और उसे प्रसाद स्वरूप भक्तों को बांटा गया। द्वारकाधीश मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम यहीं खत्म नहीं होती। 20 अगस्त को मंदिर में सुबह 10 बजे से भव्य नंद महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। नंद महोत्सव शाम 4 बजे तक चलेगा।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के बाहर भक्तों की भीड़। यहां जितने श्रद्धालु अंदर हैं, उससे कई गुना ज्यादा बाहर अपने भगवान के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के बाहर भक्तों की भीड़। यहां जितने श्रद्धालु अंदर हैं, उससे कई गुना ज्यादा बाहर अपने भगवान के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं।
  • कान्हा के जन्म पर मथुरा होली गेट से द्वारकाधीश मंदिर तक भव्य बारात निकाली गई।
  • प्रेम मंदिर और इस्कॉन टेम्पल वाली मेन सड़क पर 4 किलोमीटर का जाम लगा है। पैर रखने तक की जगह नहीं है।
  • द्वारकाधीश मंदिर को 50 तरह की लाइट से सजाया गया। मंदिर में शहनाई की धुन पर लोग नाचते हुए कान्हा के भजन गा रहे हैं।
मथुरा में देश-विदेश से इतने भक्त आए हैं कि होटल-धर्मशालाएं फुल हैं। ऐसे में जिसको जहां जगह मिली उसने वहीं डेरा जमा लिया।

सीएम योगी ने 12 मिनट तक जन्मस्थान में पूजा की
सीएम योगी आदित्यनाथ कृष्ण जन्मस्थली मंदिर में पहुंचे। वहां 12 मिनट तक पूजा की। जय-जय श्री राधे, वृंदावन बिहारी लाल की जय के जयकारे लगाए। मथुरा-वृंदावन में उनका दौरा करीब साढ़े तीन घंटे का रहा। सीएम योगी ने 25 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले उन्होंने पटका पहनाकर संतों का सम्मान किया।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में कान्हा के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। 5 लाख से ज्यादा भक्त अब तक दर्शन कर चुके हैं।
यह फोटो श्री कृष्ण जन्मभूमि की है। पट खुलते ही यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। भक्त राधे-राधे के जयकारे लगा रहे हैं।
यह फोटो श्री कृष्ण जन्मभूमि की है। पट खुलते ही यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। भक्त राधे-राधे के जयकारे लगा रहे हैं।

पहली बार ईदगाह की तरफ खोला गया गेट
पहली बार भगवान कृष्ण के मूल गर्भगृह का गेट शाही ईदगाह की तरफ खोला गया है। इससे पहले विवाद के चलते गेट इस दिशा में नहीं खोला जाता था।

मथुरा-वृंदावन का कृष्ण जन्मोत्सव तस्वीरों में देखिए…

द्वारकाधीश मंदिर में भगवान के जन्म पर विशेष 56 भोग तैयार किए गए हैं। इसमें 10 तरह के पाग मेवा, खीर, शहद, मावा, मलाई, ठंडाई, पेठा, पेड़ा, केसर, रबड़ी, देसी गाय के दूध से तैयार मक्खन, मिश्री जैसी चीजें इस्तेमाल हुई हैं।
द्वारकाधीश मंदिर में भगवान के जन्म पर विशेष 56 भोग तैयार किए गए हैं। इसमें 10 तरह के पाग मेवा, खीर, शहद, मावा, मलाई, ठंडाई, पेठा, पेड़ा, केसर, रबड़ी, देसी गाय के दूध से तैयार मक्खन, मिश्री जैसी चीजें इस्तेमाल हुई हैं।
भगवान द्वारकाधीश का उद्यापन श्रृंगार धूमधाम से किया गया। श्रृंगार में मुख्य रूप से मोंगा, चमेली, गुलाब, तुलसी और गेंदा फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
भगवान द्वारकाधीश का उद्यापन श्रृंगार धूमधाम से किया गया। श्रृंगार में मुख्य रूप से मोंगा, चमेली, गुलाब, तुलसी और गेंदा फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
मथुरा के चंद्रोदय मंदिर में भगवान का अभिषेक। चंद्रोदय वही मंदिर है जो विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बनने जा रहा है। इसकी ऊंचाई 210 मीटर होगी, जोकि कुतुबमीनार की तीन गुना है।
मथुरा के चंद्रोदय मंदिर में भगवान का अभिषेक। चंद्रोदय वही मंदिर है जो विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बनने जा रहा है। इसकी ऊंचाई 210 मीटर होगी, जोकि कुतुबमीनार की तीन गुना है।
ये फोटो पोतरा कुंड पर म्यूजिकल फाउंटेन की है। मान्यता है कि यहां भगवान कृष्ण के जन्म के बाद के कपड़े धोए गए थे।
ये फोटो पोतरा कुंड पर म्यूजिकल फाउंटेन की है। मान्यता है कि यहां भगवान कृष्ण के जन्म के बाद के कपड़े धोए गए थे।
मथुरा में शुक्रवार शाम 6 बजे हल्की बारिश हुई। इस दौरान भक्तों का उत्साह जरा भी कम नहीं हुआ। मंदिरों के बाहर कान्हा के दर्शन के लिए भक्त डटे रहे।
मथुरा में शुक्रवार शाम 6 बजे हल्की बारिश हुई। इस दौरान भक्तों का उत्साह जरा भी कम नहीं हुआ। मंदिरों के बाहर कान्हा के दर्शन के लिए भक्त डटे रहे।
अन्नपूर्णा भवन में श्रद्धालुओं को सीएम ने भोजन परोसा और उनके साथ बैठकर भोजन किया।
अन्नपूर्णा भवन में श्रद्धालुओं को सीएम ने भोजन परोसा और उनके साथ बैठकर भोजन किया।
मथुरा में हर तरफ कान्हा ही कान्हा नजर आ रहे हैं। भागवत कथा कहने वालीं चित्रलेखा भगवान स्वरूप में सजे बच्चे को गोद में बैठाए हुए।
मथुरा में हर तरफ कान्हा ही कान्हा नजर आ रहे हैं। भागवत कथा कहने वालीं चित्रलेखा भगवान स्वरूप में सजे बच्चे को गोद में बैठाए हुए।
कृष्णजन्म भूमि मंदिर में सीएम योगी ने करीब 12 मिनट तक पूजा की। उन्होंने जय-जय श्री राधे, वृंदावन बिहारी लाल की जय के जयकारे लगाए।
कृष्णजन्म भूमि मंदिर में सीएम योगी ने करीब 12 मिनट तक पूजा की। उन्होंने जय-जय श्री राधे, वृंदावन बिहारी लाल की जय के जयकारे लगाए।
द्वारकाधीश मंदिर से सटे असकुंडा घाट पर नौका विहार करने के बाद लोगों ने स्नान किया। इसके बाद द्वारकाधीश के दर्शन के लिए गए।
द्वारकाधीश मंदिर से सटे असकुंडा घाट पर नौका विहार करने के बाद लोगों ने स्नान किया। इसके बाद द्वारकाधीश के दर्शन के लिए गए।
लड्‌डू गोपाल को सिर पर लेकर जाती हुई ये भक्त भी कैमरे में कैद हुई। हजारों भक्त जन्माष्टमी पर लड्‌डू गोपाल को साथ लेकर पहुंचते हैं।
लड्‌डू गोपाल को सिर पर लेकर जाती हुई ये भक्त भी कैमरे में कैद हुई। हजारों भक्त जन्माष्टमी पर लड्‌डू गोपाल को साथ लेकर पहुंचते हैं।
जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा-वृंदावन में 200 से ज्यादा भंडारे लगे हैं। लगातार भक्तों को प्रसाद दिया जा रहा है। जिसे लेने के लिए काफी भीड़ लगी हुई है।
जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा-वृंदावन में 200 से ज्यादा भंडारे लगे हैं। लगातार भक्तों को प्रसाद दिया जा रहा है। जिसे लेने के लिए काफी भीड़ लगी हुई है।
मथुरा में आज सब कुछ कृष्णमयी है। ये कृष्ण केक तैयार किए गए हैं। जो बाजार में आकर्षण का केंद्र बने हैं। इन्हें भक्त जमकर खरीद रहे हैं।
मथुरा में आज सब कुछ कृष्णमयी है। ये कृष्ण केक तैयार किए गए हैं। जो बाजार में आकर्षण का केंद्र बने हैं। इन्हें भक्त जमकर खरीद रहे हैं।
द्वारिकाधीश मंदिर में 40 साल से राया के मेहराज शहनाई बजाते आ रहे हैं। मेहराज कहते हैं, "हम जब जन्माष्टमी पर शहनाई बजाते हैं, तो गर्व होता है।"
द्वारिकाधीश मंदिर में 40 साल से राया के मेहराज शहनाई बजाते आ रहे हैं। मेहराज कहते हैं, “हम जब जन्माष्टमी पर शहनाई बजाते हैं, तो गर्व होता है।”
ये तस्वीर मथुरा में भक्तों के लिए चल रहे भंडारे की है। गुरुवार रात 3 बजे से ही भक्तों के लिए भोजन देने की तैयारियां चल रही थीं।
ये तस्वीर मथुरा में भक्तों के लिए चल रहे भंडारे की है। गुरुवार रात 3 बजे से ही भक्तों के लिए भोजन देने की तैयारियां चल रही थीं।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। अंदर अधिक भीड़ होने के कारण बीच-बीच में एंट्री रोक दी जा रही है।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। अंदर अधिक भीड़ होने के कारण बीच-बीच में एंट्री रोक दी जा रही है।
द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन करने के बाद श्रद्धालु मंदिर में ही बैठकर भजन का आनंद ले रहे हैं।यहां कपाट खुलने के बाद फिर से भक्तों को दर्शन मिल सकेंगे।
द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन करने के बाद श्रद्धालु मंदिर में ही बैठकर भजन का आनंद ले रहे हैं।यहां कपाट खुलने के बाद फिर से भक्तों को दर्शन मिल सकेंगे।
बांके बिहारी मंदिर को पीले रंग से सजाया गया हैं। यहां 4 हजार पीले गुब्बारे लगाए गए हैं। सुबह से 2 लाख लोग दर्शन कर चुके हैं।
बांके बिहारी मंदिर को पीले रंग से सजाया गया हैं। यहां 4 हजार पीले गुब्बारे लगाए गए हैं। सुबह से 2 लाख लोग दर्शन कर चुके हैं।
शुक्रवार सुबह से 11 बजे तक 45 हजार श्रद्धालु मंदिर के अंदर दर्शन कर चुके हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अभी मंदिर के बाहर हैं।
शुक्रवार सुबह से 11 बजे तक 45 हजार श्रद्धालु मंदिर के अंदर दर्शन कर चुके हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अभी मंदिर के बाहर हैं।
ये तस्वीर इस्कॉन मंदिर की है। गुरुवार आधी रात से ही यहां भक्तों की लाइन लगी थी। मैनेजमेंट के अनुसार अब तक 80 हजार भक्त यहां दर्शन कर चुके हैं।
ये तस्वीर इस्कॉन मंदिर की है। गुरुवार आधी रात से ही यहां भक्तों की लाइन लगी थी। मैनेजमेंट के अनुसार अब तक 80 हजार भक्त यहां दर्शन कर चुके हैं।

कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकी सजाने की परंपरा रही है। अब आपको मथुरा-वृंदावन के मंदिरों की झांकियों के बारे में बताते हैं…

यह प्रेम मंदिर के अंदर लगी पूतना झांकी है। इसके साथ सेल्फी लेने वाले भक्त बहुत बड़ी संख्या में दिखे।
यह प्रेम मंदिर के अंदर लगी पूतना झांकी है। इसके साथ सेल्फी लेने वाले भक्त बहुत बड़ी संख्या में दिखे।
महादेव की ये झांकी भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करती रही। लोग यहां रुक-रुक कर फोटो खींच रहे हैं।
महादेव की ये झांकी भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करती रही। लोग यहां रुक-रुक कर फोटो खींच रहे हैं।
श्रीकृष्ण की राधा के साथ ये झांकी भी भक्त खूब पसंद कर रहे हैं। जन्मोत्सव से पहले इस झांकी के साथ भी लोग खूब सेल्फी ले रहे हैं।
श्रीकृष्ण की राधा के साथ ये झांकी भी भक्त खूब पसंद कर रहे हैं। जन्मोत्सव से पहले इस झांकी के साथ भी लोग खूब सेल्फी ले रहे हैं।

अब आपको सुबह के आयोजनों के बारे में बताते हैं…

श्रीहरिकान्ता पोशाक लेकर कान्हा को सजाने पहुंचे

ये तस्वीर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर गर्भगृह की हैं। मंदिर प्रबंधन के पदाधिकारी सिर पर भगवान की पोशाक लेकर जा रहे हैं।
ये तस्वीर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर गर्भगृह की हैं। मंदिर प्रबंधन के पदाधिकारी सिर पर भगवान की पोशाक लेकर जा रहे हैं।
परंपरागत वाद्य यंत्रों की मधुर धुन के साथ श्रीकृष्ण की पोशाक को मंदिर में लेकर आया गया है। नाचते-गाते चल रहे हैं लोक कलाकार।
परंपरागत वाद्य यंत्रों की मधुर धुन के साथ श्रीकृष्ण की पोशाक को मंदिर में लेकर आया गया है। नाचते-गाते चल रहे हैं लोक कलाकार।
शुक्रवार सुबह मंदिर परिसर में लोक कलाकारों ने डांस किया। हरियाणा से आए कलाकार बीन की धुन पर नाच रहे थे।
शुक्रवार सुबह मंदिर परिसर में लोक कलाकारों ने डांस किया। हरियाणा से आए कलाकार बीन की धुन पर नाच रहे थे।
ये तस्वीर सुबह 7 बजे की है। राधा रमण मंदिर में श्रीकृष्ण का पूजन किया गया। सिर्फ इस पूजा को देखने के लिए कई राज्यों के भक्त मथुरा पहुंचते हैं।
ये तस्वीर सुबह 7 बजे की है। राधा रमण मंदिर में श्रीकृष्ण का पूजन किया गया। सिर्फ इस पूजा को देखने के लिए कई राज्यों के भक्त मथुरा पहुंचते हैं।

श्रीकृष्ण जन्मस्थान के कार्यक्रम

  • रात 12.05 बजे से 12.20 बजे – पयोधर महा अभिषेक।
  • रात 12.20 से 12.40 बजे – रजत कमल पुष्प में विराजमान हो जन्माभिषेक।
  • रात 12.40 बजे – श्रृंगार आरती।
  • रात 1.25 बजे – शयन आरती।

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर का कार्यक्रम

  • रात 12 बजे – आराध्य का पंचामृत व जड़ी-बूटियों से महा अभिषेक होगा। इस दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहेगा।
  • रात 1.45 बजे – दर्शन के लिए पट खोले जाएंगे।
  • रात 1.55 बजे- ठाकुर जी की मंगला आरती होगी। ये साल में एक बार होती है।
  • रात 2.00 बजे – छींटा देकर पर्दा डाल दिया जाएगा।
  • रात 2 बजे से सुबह 5.30 बजे तक आराध्य के दर्शन होंगे।

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