सिंधिया के वर्चस्व के सामने झुकी कांग्रेस ! विस चुनाव से पहले उड्डयन मंत्री की कर रही तारीफ, गोविंद सिंह के बयान के बाद आया भूचाल

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश में आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सिंधिया से अपनी राजनीतिक दुश्मनी का बदला लेने और उन्हें टारगेट करने वाली कांग्रेस पार्टी चुनाव से पहले ही उनके सामने नतमस्तक होती दिखाई दे रही है. यही वजह है कि वह कांग्रेस से जो आगामी चुनाव सिंधिया की गद्दारी के नाम से लड़ना चाहती है, लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब खुद सिंधिया की तारीफ करने लगे हैं. अभी हाल में ही नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से हमारी कोई राजनीतिक दुश्मनी नहीं है. उनका सम्मान करना हमारी ड्यूटी है. इस बयान से ऐसा लग रहा है कि सिंधिया के वर्चस्व से डरकर कांग्रेस पार्टी ने 2023 के मिशन सिंधिया को दूर कर दिया है.

ग्वालियर में आयोजित की गई बैठकः कांग्रेस पार्टी के दर्जनों पर दिग्गजों के द्वारा सिंधिया को घेरने के लिए ग्वालियर में एक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह सहित संभाग के सभी पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, विधायक मौजूद रहे. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि ग्वालियर चंबल अंचल में सिंधिया से अपनी राजनीतिक दुश्मनी का बदला लेना. जब से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार को गिराया है. उसके बाद कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा राजनीतिक दुश्मनों की लिस्ट में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं. इसके साथ ही पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से राजनीतिक दुश्मनी किसी से छुपी नहीं है.

डॉक्टर गोविंद सिंह के बयान के बाद राजनीति में हुई हलचलः पहले भी कांग्रेस पार्टी में होते हुए भी सिंधिया और दिग्विजय सिंह कभी भी आमने-सामने नहीं आये, लेकिन अभी हाल में ही पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के कट्टर समर्थक और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के बयान ने मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. वह डॉक्टर गोविंद सिंह जो हमेशा सिंधिया पर जुबानी हमला करने से नहीं चूकते हैं, वह अब उनकी तारीफ करते नजर आ रहे हैं. उन्होंने हाल में ही मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह और सिंधिया में कोई दुश्मनी नहीं है. उनका सम्मान करना हमारे प्रोटोकॉल में ड्यूटी है. दिग्विजय सिंह और सिंधिया अभी भी बात करते हैं और आगे भी करते रहेंगे. डॉक्टर गोविंद सिंह के इस बयान के बाद ऐसा लग रहा है कि सिंधिया के सामने कांग्रेस के नेता अब नतमस्तक हो गए हैं.

नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह के बयान के बाद कांग्रेस का कहना है कि हम निरंतर कह रहे हैं कि ग्वालियर चंबल संभाग में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के लिए कोई फैक्टर नहीं है. उन्होंने कहा कि संस्कार और शिष्टाचार की बात करें तो कोई भी मिलता है, तो बातचीत होती है. मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होते हैं. वहीं बीजेपी का कहना है कि सत्य को कभी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है. 2020 में जब से सिंधिया के साथ शिवराज की सरकार बनी है. तब से ग्वालियर चंबल अंचल में विकास के लिए नए आयाम स्थापित हुए हैं और गोविंद सिंह कांग्रेस के अनुभवी नेता हैं. राजनीतिक शिष्टाचार जानते हैं, लेकिन भ्रमित अवस्था में है कि कमलनाथ की माने या फिर ग्वालियर चंबल संभाग में हुए विकास को माने. इसी भ्रम अवस्था में कांग्रेस और उनके नेता हैं.

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