इंदौर: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा पर आयोजित किये जा रहे लाडली लक्ष्मी उत्सव के तहत लाडली लक्ष्मी बालिकाओं के लिये विभिन्न कार्यक्रमों का गत दो मई से लगातार आयोजन हो रहा है। एक ओर जहां उनके सम्मान के कार्यक्रम हो रहे है, वहीं दूसरी और देश-भक्ति का जोश और जुनून जागृत करने के लिये उन्हें देश की सुरक्षा में लगे प्रहरियों की गतिविधियों तथा उनसे रू-ब-रू होने के लिये शासकीय खर्च पर देश सीमा वाघा बार्डर भी भेजा गया। बालिकाओं में इस यात्रा के प्रति अपार उत्साह रहा। बालिकाएं शासन की इस प्रयास से बेहद खुश रहीं। इस यात्रा पर गई बालिकाओं का कहना था कि इस तरह का मौका हमें पहली बार मिला था। हमारी यह ख्वाहिश थी कि एक बार हम देश की सीमा पर जाकर देश के रक्षकों से मुलाकात करें, उन्हें देखें और उन्हें धन्यवाद दें। यह ख्वाहिश हमारी शासन ने पूरी कर दी।
ज्ञात रहे कि इंदौर से 30 बालिकाओं को माँ तुझे प्रणाम योजना के तहत चयनित कर देश की सीमा वाघा बार्डर सहित अन्य एहतिहासिक महत्व के स्थानों के भ्रमण पर शासकीय खर्च पर भेजा गया। इन बालिकाओं में इंदौर सहित धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बुरहानपुर, खड़वा खरगोन और बड़वानी जिलों की लाडली लक्ष्मी बालिकाएं शामिल थी। यह बालिकाएं गत दो मई को इंदौर से वाघा बार्डर के लिये रवाना हुई, यह बालिकाएं आज 7 मई को वापस इंदौर आयेंगी। इन बालिकाओं को वाघा- हुसैनीवाला बार्डर सहित जलियावाला बाग, अमृतसर सहित अन्य प्रमुख स्थानों को भ्रमण कराया गया। उक्त भ्रमण से सभी बालिकाएं बेहद खुश थी।
कसरावद की रहने वाली खुशी पाटीदार को दोहरी खुशी मिली। उसका कहना था कि हम अपने गांव कसरावद से रवाना हुये, इंदौर पहुंचे और यात्रा में शामिल होने के लिये भोपाल आये। पहली खुशी जब मिली जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमारे सामने थे, उन्होंने हम बच्चों से बहुत ही आत्मीयता से बात की। हमारा हौसला बढ़ाया तथा जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। झण्डी दिखाकर हमारी यात्रा को रवाना किया। दोहरी खुशी जब मिली जब हम देश की सीमा पर थे। सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों से मिले, उन्होंने हमें देश की रक्षा, सुरक्षा के प्रति प्रेरित किया। देश भक्ति का जोश और जुनून जगाया। ऐसे ही विचार यात्रा में शामिल अन्य बालिकाओं विशाखा, अमृता, रानी, तन्वी, मुस्कान, पायल, मधु, प्रियांशी, हर्षिता आदि के भी थे। यह सब बालिकाओं ने मुख्यमंत्री जी के प्रति विशेष रूप से कृतज्ञता व्यक्त की।