देशभर में आज होलिका दहन का त्योहार मनाया जा रहा है. इस दिन रात को होलिका जलाई जाती है, होली को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
आज देशभर में होलिका दहन का त्योहार मनाया जा रहा है. होलिका दहन का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है. पूरे देश में आज रात होलिका जलाई जाएगी. होलिका दहन की पूजा शुभ मुहूर्त पर करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं आज होलिका की पूजा का समय कितने बजे से शुरू होगा और कितनी देर तक पूजा की जा सकती है. जानें होलिका दहन की पूजा का समय, उपाय, मुहूर्त और भी कई बातें-
होलिका दहन का शुभ समय
होलिका दहन इस साल गुरुवार, 17 मार्च 2022 को किया जाएगा. होलिका दहन की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 9 बजकर 20 मिनट से 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. उसके बाद भद्रा मुख लग जाएगा जिसमें होलिका दहन नहीं किया जाता है. कुल मिलाकर, होलिका दहन के लिए 1 घंटे 10 मिनट का समय रहेगा.
भद्रा पुँछा-रात 21:20:55 बजे से 22:31:09 बजे तक
भद्रा मुख-रात 22:31:09 बजे से 00:28:13 तक
होलिका दहन पूजन की सामग्री-पानी से भरी एक कटोरी
- गाय के गोबर से बने उपले
- रोली
- अक्षत
- अगरबत्ती और धूप
- फूल
- कच्चा कपास
- कच्ची हल्दी
- साबुत दाल (मूंग)
- बताशा
- गुलाल
-नारियल - कोई भी नई फसल (जैसे गेहूं)
होलिका दहन पूजा की विधि-सभी पूजन सामग्रियों को एक जगह पर इकट्ठा करके रख लें . इसके बाद जिस जगह पर होलिका दहन किया जाना है वहां की सफाई कर लें. पूजा करते समय उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठें. फिर गाय के गोबर से होलिका और प्रह्लाद की मूर्ति बनाएं. इसके बाद होलिका पूजन में प्लेट में रखी सभी चीजों को अर्पित कर.समें मिठाइयां और फल भी अर्पित करें. इसके बाद भगवान नरसिंह की पूजा करें. अंत में होलिका की 7 बार परिक्रमा करें.
होली पर बनने वाले शुभ योग –इस साल होली का त्योहार काफी खास होने वाला है. होली पर इस साल कई शुभ योग बनने जा रहे हैं. इस साल होली पर वृद्धि योग, अमृत योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और ध्रुव योग बनने जा रहा है. इसके अलावा, बुध-गुरु आदित्य योग भी बन रहा है. बुध-गुरु आदित्य योग में होली की पूजा करने से घर में सुख और शांति का वास होता है।