पंजाब: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में लोगों की नजर देश के हरियाली राज्य पंजाब पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई है. यहां आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस की बीच सीधी टक्कर नजर आई. ताजा आंकड़ों के अनुसार मशहूर कॉमेडियन भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती दिख रही है. कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ‘आप’ से रेस में बहुत पीछे नजर आ रहे हैं. भगवंत मान की बात करें तो वह साल 2011 से राजनीति में सक्रिय हैं.
बता दें, आम आदमी पार्टी की ओर से भगवंत मान को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. ‘आप’ प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में मशहूर कॉमेडियन भगवंत मान पर पंजाब विधानसभा चुनाव में बड़ा दाव खेला . केजरीवाल की यह उम्मीद अब जीत में बदलती दिख रही है. आइए जानते हैं भगवंत मान एक कॉमेडियन से कैसे बने राजनेता, जो अब बनने जा रहे हैं पंजाब के मुख्यमंत्री.
जन्मभूमि से लड़ा चुनावभगवंत मान
भगवंत मान ने बतौर ‘आप’ कैंडिडेट पंजाब के संगरूर विधानसभा की हॉट सीट धुरी से चुनाव लड़ा, जहां वह शुरुआती रूझान से ही आगे चल चल रहे हैं. धूरी विधानसभा सीट संगरूर जिले में है. इस सीट पर भगवंत मान का मुकाबला कांग्रेस के विधायक दलवीर गोल्डी से रहा. बता दें, इस क्षेत्र में जट सिख मतदाताओं की संख्या 34 फीसदी, नॉन-जट सिख 5 फीसदी, उच्च जाति 11 फीसदी, ओबीसी 15 फीसदी और एससी मतदाताओं की संख्या 28 फीसदी है.
‘मान के काम आया आप’ का ये आइडिया?भगवंत मान और केजरीवाल
बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तकरीबन एक हफ्ते पहले ‘आप’ की ओर से एक नंबर जारी किया गया था. वहीं, केजरीवाल के इस आइडिया पर 21 लाख से ज्यादा पंजाबवासियों ने मुहर लगाई थी. इस पसंद के आधार पर 18 जनवरी को ‘आप’ ने भगवंत मान के नाम एलान किया था.
कौन हैं भगवंत मान?भगवंत मान
पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में 17 अक्टूबर 1973 को पैदा हुए भगवंत मान कॉमर्स से ग्रेजुएट हैं. ग्रेजुएशन के बाद मान कुछ हटकर करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने नौकरी और बिजनेस से खुद को दूर ही रखा और कॉमेडी के क्षेत्र में कूद पड़े.
कॉमेडी के सरताज
भगवंत मान पंजाब के मशहूर कॉमेडियन रह चुके हैं. मान अपनी कमाल की कॉमेडी से देशभर में मशहूर हैं. मान अपने देसी और मजेदार चुटकुलों के लिए हमेशा सुर्खियां बटोरते रहे हैं. वह एक वॉलीबॉल प्लेयर भी रह चुके हैं. मान आज पंजाब की राजनीति का बड़ा चेहरा बन चुके हैं. वह पंजाब का मुख्यमंत्री बनने से कुछ ही घंटे ही पीछे हैं.
मान का कॉमेडी करियर
मान ने कॉलेज (शहीद उधम सिंह सरकारी कॉलेज) टाइम से ही कॉमेडी करना शुरू कर दिया था. मान ने पंजाबी यूनीवर्सिटी में कॉमेडी कॉम्पीटिशन में दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे. मान अपनी कॉमेडी में राजनीति पर ज्यादा तंज कसते थे. इसके बाद मान ने राणा रणबीर के साथ मिलकर एक टीवी प्रोग्राम ‘जुगनू मस्त मस्त’ शुरू किया. साल 2006 में मान ने जग्गी के साथ मिलकर कनाडा और इंग्लैंड में अपने कॉमेडी शो ‘नो लाइफ विद वाइफ’ से धूम मचाई.
लॉफ्टर चैलेंज से बटोरी सुर्खियांभगवंत मान
वहीं, साल 2008 में देशभर की नजर मान की कमाल की कॉमेडी पर उस वक्त ध्यान गया, जब उन्हें ‘ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज’ (2008) में देखा गया. मान को राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘मैं मां पंजाब दी’ में एक्ट करते देखा गया था.
पंजाब के ‘जुगनू’
बता दें, भगवंत मान को उनके घरवाले जुगनू कहकर बुलात हैं. मान के घरवालों का मानना है कि वह एक जुगगू की तरह हैं जो अपनी रोशनी चारों ओर फैलाते हैं. भगवंत मान ने इंद्रप्रीत कौर से शादी रचाई थी. इस शादी से मान को दो बच्चे है. मान 2015 से पत्नी से अलग रह रहे हैं.
भगवंत मान
भगवंत मान का राजनीतिक सफर
मान के रजानीतिक सफर की बात करें तो, साल 2011 में उन्होंने इस क्षेत्र में कदम रखा था. उन्होंने मनप्रीत सिंह बादल की पार्टी ‘पंजाब पीपल्स पार्टी’ से राजनीति का दामन थामा था. वहीं, अगले ही साल 2012 में उन्हें राज्य की लहरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का सौभाग्य मिला था, लेकिन मान को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद मान को कांग्रेस में उम्मीद नजर आई, लेकिन यहां भी मान का सिक्का नहीं चल सका. इसके बाद साल 2014 में मान ‘आप’ की टोली में शामिल हुए. मान ने साल 2014 में संगरूर लोकसभा सीट से बतौर आप उम्मीदवार चुनाव लड़ा और बड़े मार्जिन से अपनी जीत का परचम लहरा दिया. मान ने यहां 2 लाख से भी ज्यादा वोटों से जीत अपने पाले में की थी.