नई दिल्ली : पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पिछले दिनों राज्य के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर खेद प्रकट किया और उनकी सलामती की कामना करने के लिए उन्होंने एक शेर भी पढ़ा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान चन्नी ने उनके दीर्घायु होने की कामना करते हुए शेर सुनाया.
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को चन्नी ने मोदी से कहा कि उनके पंजाब दौरे के दौरान जो कुछ भी हुआ उसका उन्हें खेद है क्योंकि देश का प्रधानमंत्री होने के नाते वह उनके लिए बहुत सम्मानित हैं. उन्होंने कहा, ‘तुम सलामत रहो कयामत तक और खुदा करे कि कयामत ना हो.’
चन्नी पहले भी इस घटना को लेकर खेद जता चुके हैं लेकिन साथ ही वह यह भी कहते रहे हैं कि प्रधानमंत्री की जान को कोई खतरा नहीं था. कुछ मौकों पर तो उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री का मजाक भी उड़ाया. उल्लेखनीय है कि पांच जनवरी को फिरोजपुर में किसानों द्वारा मार्ग अवरुद्ध किए जाने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक रुका रहा था. घटना के बाद प्रधानमंत्री को पंजाब में रैली सहित अन्य कार्यक्रमों में भाग लिए बगैर ही लौटना पड़ा था.
पीएम की सुरक्षा में चूक
गृह मंत्रालय ने पंजाब की कांग्रेस-नीत सरकार पर सुरक्षा चूक का आरोप लगाया और इस संबंध में तत्काल रिपोर्ट देने को कहा था. उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की जांच के लिए बुधवार को शीर्ष अदालत की पूर्व न्यायाधीश इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में पांच-सदस्यीय समिति गठित की. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और पंजाब सरकार की जांच रोके जाने का निर्देश भी दिया था.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच करने के लिए गृह मंत्रालय ने 6 जनवरी को जांच समिति का गठन किया था. गृह मंत्रालय की तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व सुरक्षा सचिव सुधीर कुमार सक्सेना करेंगे. सक्सेना कैबिनेट सचिवालय में पदस्थापित हैं. उनके अलावा इस समिति में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के महानिरीक्षक (आईजी) एस सुरेश भी शामिल किए गए थे.